नागपुर विभाग में 5 हजार कंपनियां पड़ी बंद, बेरोजगार हुए कामगार

नागपुर विभाग में 5 हजार कंपनियां पड़ी बंद, बेरोजगार हुए कामगार

Anita Peddulwar
Update: 2020-10-07 09:44 GMT
नागपुर विभाग में 5 हजार कंपनियां पड़ी बंद, बेरोजगार हुए कामगार

डिजिटल  डेस्क, नागपुर।  कोरोना की मार उद्योगधंधों पर कितनी ज्यादा पड़ी इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अनलॉक-5 के बाद भी नागपुर विभाग में करीब 5 हजार कंपनियां व उद्योग बंद पड़े हैं। पहले छह महीने (अप्रैल से सितंबर) में कंपनियों की तरफ से ईपीएफआे में जमा होने वाला योगदान 900 करोड़ से घटकर 600 करोड़ हो गया है।  ईपीएफओ नागपुर विभाग के तहत करीब 15 हजार उद्योग हैं, जहां 15 लाख कामगार कार्यरत थे। लाॅकडाउन के कारण उद्योग बंद  होते गए।

सरकार की तरफ से अनलॉक-5 की घोषणा के बावजूद अभी भी नागपुर विभाग (नागपुर, वर्धा, चंद्रपुर, गड़चिरोली, गोंदिया, भंडारा) में करीब 5 हजार उद्योग शुरू नहीं हो सके हैं। उद्योग बंद होने से ईपीएफओ में पीएफ के रूप में जमा होने वाली राशि कम हो गई है। उद्योगों की तरफ से पहले छह महीने में जहां 900 करोड़ रुपए जमा किए जाते थे, वहीं घटकर अब 600 करोड़ हो गए हैं। लाॅकडाउन में काफी कामगारों के रोजगार चले गए। अप्रैल से सितंबर (छह महीने) तक 25758 कामगारों ने अपनी पीएफ खाते से राशि निकाली। ईपीएफओ 25758 कामगारों को 39 करोड़ की राशि वितरित कर चुका है।

ब्याज के लिए इंतजार
केंद्र सरकार की तरफ से पीएफ में जमा राशि पर ब्याज दिया जाता है। सरकार ने 2019-20 के लिए 8.65 फीसदी ब्याज देने का निर्णय लिया था। काेरोना के कारण सरकार की माली हालत खराब हो गई आैर छह महीने बाद भी ब्याज जमा नहीं हो सका। अप्रैल से सितंबर के बीच जो लोग रिटायर्ड हुए, उन्हें ब्याज के लिए इंतजार करना पड़ेगा। 

सरकार की आय घटी 
ईपीएफआे में जमा कुल राशि में से 5 फीसदी राशि शेयर मार्केट व 95 फीसदी राशि सरकार मार्केट व योजना में लगाती है। सरकार इस पर ब्याज देती है। कोरोना से सरकार की आय कम हो गई है। यही कारण है कि सरकार ने इस साल (2020-21) के लिए सशर्त 8.65 फीसदी ब्याज देने का निर्णय लिया है। 8.50 फीसदी ब्याज दिया जाएगा आैर शेष .15 फीसदी ब्याज आय का लेखा-जोखा देखने के बाद दिया जाएगा। 

कर रहे हैं प्रयास
अर्थव्यवस्था में तेजी के लिए सभी उद्योग शुरू होना जरूरी है। सरकार की तरफ से उद्योगों को कई तरह की रियायत दी जा रही है। रोजगार जाने से कामगार पीएफ में जमा राशि निकालकर परिवार का गुजारा करने को मजबूर हैं। ईपीएफओ की तरफ से छह महीने में 25758 कामगारों को 39 करोड़ की राशि वितरित की गई। आनलाइन आवेदन मिलने पर 3 दिन में राशि कामगार के बैंक खाते में जमा की जाती है।  नागपुर विभाग में करीब 5 हजार उद्योग बंद पड़े हैं, जिन्हें शुरू करने के लिए हर स्तर पर प्रयास हो रहे हैं।   - विकासकुमार, क्षेत्रीय आयुक्त ईपीएफआे नागपुर

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