गोंदिया में 57 में से मात्र 3 धान खरीदी केन्द्र हुए शुरू, किसान कर रहे ‘समर्थन मूल्य’ में  खरीदी की प्रतीक्षा 

गोंदिया में 57 में से मात्र 3 धान खरीदी केन्द्र हुए शुरू, किसान कर रहे ‘समर्थन मूल्य’ में  खरीदी की प्रतीक्षा 

Anita Peddulwar
Update: 2018-10-24 10:22 GMT
गोंदिया में 57 में से मात्र 3 धान खरीदी केन्द्र हुए शुरू, किसान कर रहे ‘समर्थन मूल्य’ में  खरीदी की प्रतीक्षा 

डिजिटल डेस्क, गोंदिया । जिले में लगभग 15  दिनों पूर्व ही जिला मार्केटिंग फेडरेशन द्वारा समर्थन मूल्य पर आधारित 57  धान खरीदी केंद्र मंजूर किए गए, जिसमें से रावणवाड़ी, आसोली एवं सौंदड़ यह सिर्फ 3 केंद्र ही शुरू हो सके है। अन्य क्षेत्र के किसान, केंद्र शुरू होने का इंतजार कर रहे है। वहीं कुछ किसान मजबूरी में निजी केंद्रों पर कौड़ी मोल दामों में धान बेच रहे है। शासन द्वारा मंजूरी प्राप्त गोंदिया, टेमनी, गिरोला, कटंगीकला, रतनारा, दासगांव, काटी, अदासी, कामठा, नवेगांव, रावणवाड़ी, मजितपुर, कोचेवाही, गोरेगांव तहसील के गोरेगांव, कालीमाटी, तिमेझरी, गणखैरा, कुरहाड़ी, चोपा, तेढ़ा, दवड़ीपार, कवलेवाड़ा, मोहगांव तिल्ली, तिरोड़ा तहसील के चिरेखनी, पांजरा, गोरेगांव, नवेझरी, विहिरगांव, बघोली, भिवापुर, ठाणेगांव, तिरोड़ा, मुंडीकोटा, चिखली, मेंढा, आमगांव तहसील के गोरठा, कालिमाटी, आमगांव, सालेकसा तहसील के कोटजभुंरा एवं सालेकसा, सडक़ अर्जुनी तहसील के पांढरी, मुरपार, बाम्हणी, हेटी, धानोली, अर्जुनी मोरगांव तहसील के नवेगांवबांध, महागांव, बोंडगांवदेवी, वडेगांव, बाक्टी, धाबेटेकडी एवं भिवखिडक़ी यह 54 केंद्र मंजूर होने के बावजूद भी अब तक शुरू नहीं हुए है। जबकि किसानों का हलका धान निकलना शुरू हो गया है। शीघ्र सभी केंद्र शुरू करने की मांग किसानों ने प्रशासन से की है। 

धीरे-धीरे सभी केंद्र होंगे शुरू
जहां-जहां पर धान की आवक शुरू हुई, वहां-वहां समर्थन मूल्य पर आधारित धान खरीदी केंद्र शुरू किए जा रहे है। फिलहाल गोंदिया तहसील के आसोली एवं रावणवाड़ी तथा सडक़ अर्जुनी तहसील के सौंदड़ में धान खरीदी केंद्र शुरू किए गए है। अन्य केंद्र तत्काल शुरू करने के आदेश दिए गए है। जल्द ही अन्य केंद्र शुरू हो जाएंगे।  (एम.जेड. घोनाडे, डीएमओ गोंदिया) 

बोनस में लेटलतीफी क्यों?
प्रतिवर्ष समर्थन मूल्य पर आधारित केंद्रों पर धान बिक्री करने वाले किसानों को प्रोत्साहन के तौर पर बोनस दिया जाता है। लेकिन बोनस मौसम निकलने के बाद घोषित होता है। जब बोनस देना ही है तो फिर घोषणा में लेटलतीफी क्यों? यह सवाल निर्माण हो रहा है। धान बिक्री के बाद तत्काल किसानों को चुकारा एवं बोनस मिले इस तरह की व्यवस्था सरकार ने करना चाहिए।  (तुकाराम बोहरे, पूर्व पं.स. सभापति )

खरीदी के बाद तत्काल दिया जाए भुगतान
हलका धान निकलना शुरू होने के बावजूद भी प्रशासन धान खरीदी केंद्र शुरू करने में लेटलतीफी कर रहा है। जिससे मजबूरन 1400-1500  रुपए प्रति क्विंटल के भाव से किसान दलालों को धान बेच रहे है। जबकि सरकार द्वारा 1750  एवं 1770 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य घोषित किया गया है। तत्काल सभी केंद्र शुरू कर खरीदी के पश्चात तत्काल किसानों को चुकारा दिया जाए। इस संदर्भ में जल्द ही जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर तत्काल कार्रवाई की मांग की जाएगी। फिर भी अनदेखी की गई तो किसानों को लेकर जिले में बड़ा आंदोलन किया जाएगा।  -(किशोर शेंडे, किसान श्रीरामनगर )

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