कमलनाथ ने की MP में 60 लाख फर्जी वोटर की शिकायत, जांच करने भोपाल आएगी EC की टीम
कमलनाथ ने की MP में 60 लाख फर्जी वोटर की शिकायत, जांच करने भोपाल आएगी EC की टीम
- इस बात की शिकायत लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमल नाथ चुनाव आयोग के पास पहुंचे।
- इस मामले की जांच करने EC की टीम आज (सोमवार) भोपाल आ रही है।
- उन्होंने आयोग से फर्जी वोटर्स को लेकर शिकायत की है।
- एमपी में नवंबर में विधानसभा चुनाव होने है। उससे पहले ही राज्य में 60 लाख से ज्यादा फर्जी वोटर्स के नाम वोटिंग लिस्ट में दर्ज किए गए हैं।
डिजिटल डेस्क, भोपाल। कर्नाटक में विधानसभा चुनावों के दौरान फर्जी वोटर कार्ड पाए जाने का मामला सामने आया था। ठीक ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश में भी सामने आया है। एमपी में नवंबर में विधानसभा चुनाव होने है। उससे पहले ही राज्य में 60 लाख से ज्यादा फर्जी वोटर्स के नाम वोटिंग लिस्ट में दर्ज किए गए हैं। इस बात की शिकायत लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमल नाथ चुनाव आयोग के पास पहुंचे। उन्होंने आयोग से फर्जी वोटर्स को लेकर शिकायत की है। अब इस मामले की जांच करने EC की टीम आज (सोमवार) भोपाल आ रही है।
We"ve provided evidence to the Election Commission that there are approximately 60 Lakh fake voters registered in the voting list. These names have been deliberately registered in the list. Ye prashasanik laparvaahi nahi prashasanik durupyog hai: Kamal Nath, Congress chief for MP pic.twitter.com/rEAQA6KNti
— ANI (@ANI) June 3, 2018
दिल्ली में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस
कांग्रेस ने वोटर लिस्ट में गड़बड़ियों का आरोप लगाते हुए 60 लाख फर्जी वोटर होने का दावा किया है। हाल ही में हुए चुनाव में कांग्रेस ने ईवीएम और वीवीपैट का मुद्दा उठाया था। पार्टी ने इस बात को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की और सबूत पेश किए। लोकसभा सांसद कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान कमलनाथ ने कहा कि "हमने 100 विधानसभा क्षेत्रों में छानबीन करवाई है, जहां 60 लाख फर्जी वोटर की सूची का पता चला है।
कमलनाथ ने की जांच की मांग
कमलनाथ ने दावा किया कि एमपी की आबादी 24% बढ़ी है, लेकिन वोटर्स की संख्या में 40% इजाफा हुआ है। यह आंकड़ा हैरान कर देने वाला है, इससे साफ है कि फर्जी वोटर्स तैयार किए गए हैं। कमलनाथ ने यह भी आरोप लगाया कि कई ऐसे लोग हैं, जिनका नाम उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश दोनों राज्यों की सूची में है। उन्होंने कहा कि हमने नई वोटर लिस्ट बनाने की मांग की है। इतना ही नहीं पड़ोस के राज्यों में भी वोटर लिस्ट की जांच होनी चाहिए।
This has been done by BJP. How is it possible that population increased by 24% in 10 yrs but number of voters increased by 40%? We scrutinised list in all constituencies, 1 voter"s registered in 26 lists, there are similar cases in other places too: Jyotiraditya Scindia, Congress pic.twitter.com/ssj37RQMhi
— ANI (@ANI) June 3, 2018
कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी इस संबंध में कोई शिकायत नहीं कराना चाहती है, क्योंकि उसने ही यह करवाया है। वहीं चुनाव आयोग ने कांग्रेस को लिस्ट में सुधार करने का भरोसा दिया है।
क्या हैं कांग्रेस की मांगें
वोटर लिस्ट की फिर से जांच की जाए।
प्रत्येक रिटर्निंग ऑफिसर से सर्टिफिकेट मांगा जाए।
फर्जी वोटरों को शामिल करने वाले पर कार्रवाई की जाए।
सूची में गड़बड़ी पाई जाती है तो अधिकारी पर एक्शन लिया जाए।
आरोपी अधिकारी को 6-10 साल तक किसी भी मतदान कार्य प्रक्रिया में शामिल न करें।
इस मुद्दे पर चुनाव आयोग का कहना है कि दो टीमें जांच के लिए मध्य प्रदेश भेजी गई हैं। सात जून तक दोनों टीम अपनी रिपोर्ट सौंप देगी। बता दें कि इसी साल के अंत में होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस जमकर मेहनत कर रही है।