धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस पर सीएम फडणवीस बोले- संविधान से ही चलेगी सरकार

धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस पर सीएम फडणवीस बोले- संविधान से ही चलेगी सरकार

Bhaskar Hindi
Update: 2018-10-18 15:44 GMT
धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस पर सीएम फडणवीस बोले- संविधान से ही चलेगी सरकार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर के दीक्षाभूमि परिसर में 62वें धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस पर मुख्य समारोह आयोजित किया गया। धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस पर नागपुर के दीक्षा भूमि में आयोजित इस समारोह में हिस्सा लेने दूर-दूर से अनुयायी पहुंचे। यहां पहुंचने वालों के लिए दीक्षाभूमि परिसर में जगह-जगह भोजनदान की व्यवस्था की गई। दीक्षाभूमि परिसर में पुलिस द्वारा तगड़ा बंदोबस्त किया गया। चप्पे-चप्पे पर पुलिस टीम अपनी पैनी नजर रखे हुए थी।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सरकार संविधान से ही चलेगी। डॉ. बाबासाहब आंबेडकर, महात्मा फुले, शाहू महाराज के बताए रास्ते पर चलकर राज्य का कारोबार आगे बढ़ाया जा रहा है। डॉ. बाबासाहब आंबेडकर ने विश्व में सबसे अच्छा संविधान भारत को दिया है। राज्य का कारोबार चलाते समय यदि कोई समस्या आती है, तो इसी संविधान से हमें अागे बढ़ने का रास्ता मिलता है। विविध धार्मिक ग्रंथ चाहे गीता, बायबल, कुरान इन सब के बीच सर्वश्रेष्ठ ग्रंथ है, तो वह हमारे देश का संविधान है। दीक्षाभूमि नागपुर में आयोजित धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस समारोह में वे बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा डॉ. बाबासाहब आंबेडकर ने इसी जगह से लाखों लोगों को बुद्ध के धम्म का मार्ग दिखाया है। उसी धम्म को अपनाने वाले राष्ट्र आज विकास की राह पकड़कर दुनिया में सबसे आगे बढ़ रहे हैं। बुद्ध के धम्म ने विश्व को समता, स्वतंत्रता और बंधुता का संदेश िदया। बुद्ध के संदेशों को आगे बढ़ाने का काम दीक्षाभूमि से हो रहा है। इसलिए इस जगह अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्मारक बनाने की सरकार की मंशा है। पिछले वर्ष स्मारक के लिए इसी मंच से निधि आवंटित करने की घोषणा की गई थी।

राज्य सरकार ने स्मारक के लिए 100 करोड़ देेने का निर्णय लिया है। इसमें से पहली किश्त 40 करोड़ निधि का धनादेश इसी कार्यक्रम में एमएमआरडीए के अधिकारियों के सुपुर्द किया है। यह निधि खर्च होने पर मंजूर किया गया बाकी निधि आवंटित किया जाएगा। आवश्यकता पड़ने पर और भी निधि मंजूर किया जाएगा। बौद्ध स्मारक के लिए निधि कम नहीं पड़ने देने का उन्होंने आश्वासन दिया। संविधान का सम्मान बढ़ाने केंद्र सरकार ने संविधान वाचन का निर्णय लिया है।

राज्य सरकार ने इससे भी आगे जाकर राज्य की स्कूलों में संविधान के मूलतत्व विद्यार्थियों को पढ़ाने का निर्णय लिया और इसकी शुरुआत भी हो चुकी है। कार्यक्रम की अध्यक्षता दीक्षाभूमि स्मारक समिति अध्यक्ष भदंत सुरेई ससाई ने की। प्रमुख अतिथि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास आठवले, महापौर नंदा जिचकार, महाराष्ट्र के ऊर्जामंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, सामाजिक न्याय मंत्री राजकुमार बडोले, स्मारक समिति के सचिव सदानंद फूलझेले अदि उपस्थित थे।

गडकरी बोले- बुद्ध का शांति संदेश विश्व के लिए मार्गदर्शक
केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि विश्व आंतकवाद, नक्सलवाद की समस्या पनप रही है। इस दौर में बुद्ध का शांति का संदेश विश्व के लिए मार्गदर्शक है। बुद्ध ने विश्व को शांति का संदेश देकर सभी समस्याओं का हल करने का रास्ता दिखाया है। उनके विचारों को अपनाकर आगे बढ़ने में हम सब की भलाई है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बुद्धिस्ट धार्मिक यात्रा सर्किट बनाने जा रही है। इसके लिए 10 हजार करोड़ निधि मंजूर किया गया है। देश-विदेश से आने वाले बुद्धिस्ट तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए लुंबिनी, बौद्धगया, सारनाथ तथा अन्य तीर्थस्थलों को गुणवत्तापूर्ण महामार्गों से जोड़ा जाएगा।

 

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