अब कॉरिडोर में चहलकदमी करते नजर आएंगे टाइगर

अब कॉरिडोर में चहलकदमी करते नजर आएंगे टाइगर

Bhaskar Hindi
Update: 2019-02-02 07:43 GMT
अब कॉरिडोर में चहलकदमी करते नजर आएंगे टाइगर

डिजिटल डेस्क,उमरिया । बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की सीमा से लगे गांव में लोगों की एक बड़ी समस्या का निराकरण शुरु हो गया है। अब आए दिन बाघ जैसे वन्य जीवों के आवासीय क्षेत्र में मूवमेंट घट जाएगा। इसका कारण भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून (डब्ल्यूआईआई) द्वारा शुरु किया गया कॉरिडोर विस्तार का कार्य है। बांधवगढ़ से संजय डुबरी टाइगर रिजर्व के बीच लगभग 80 किमी. वन सीमा को विकसित कॉरिडोर के रूप में विकसित किया जा रहा है। दोनों टाइगर रिजर्व के बाघ एक दूसरे की सीमा पर आसानी विचरण कर सकेंगे। वर्तमान में यह कार्य बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व मानपुर के बफर जोन में किया जा रहा है। डब्ल्यूआईआई की गाडइ लाइन के तहत कार्बेट फाउण्डेशन, जेट एयरवेज तथा एक अन्य निजी बड़ी संस्था को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। सर्वे के बाद इस पूरे क्षेत्र में प्लांटेशन से लेकर अन्य टूरिज्म के कार्य बढ़ सकते हैं।
वाटरहोल तथा प्लांटेशन का प्लान
पार्क प्रबंधन के मुताबिक कॉरिडोर क्षेत्र में रिक्त पड़ी वन भूमि में पेड़ पौधों का पौधरोपण किया जा रहा है। रास्ते में वन्यजीवों की प्यास बुझाने के लिए वाटरहोल बनने भी प्रस्तावित हैं। ताकि बाघों का इस ओर मूवमेंट होने पर प्यास से लेकर गर्मियों में राहत के लिए आरामगाह मिल सके। यह कार्य उमरिया जिले की सीमा से जयसिंहनगर, ब्यौहारी क्षेत्र में चलेगा।
रोजगार से जुड़ेंगे ग्रामीण
योजना के तहत वन क्षेत्र विस्तार के अलावा ताला में ट्रायवल म्यूजियम का निर्माण होगा। यहां वन क्षेत्र में पाई जाने वाली आदिवासी जनजातियों के जीवन चक्र को प्रदर्शित किया जाएगा। किस तरह ये लोग जंगलों में अपना जीवन यापन करते हैं। इनकी प्रमुख समस्या, जीविकोपार्जन के साधन को यहां कलाकृतियों के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। यही नहीं वन सीमा से लगे किसान व ग्रामीणों को टूरिज्म से जोड़ा जाएगा। किस तरह वे लोग अपने खेत खलिहान वाली जगह में हट आदि संचालित कर आय प्राप्त कर सकते हैं।
बांधवगढ़ और कान्हा में काम शुरु
डब्ल्यूआईआई देहरादून के मार्गदर्शन में प्रदेश के कान्हा व बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में कारीडोर का कार्य चल रहा है। कान्हा को पेंच से तथा बांधवगढ़ को संजय दुबरी से जोड़ा जा रहा है। इसके अलावा पन्ना टाइगर रिजर्व को बांधवगढ़ व रानीपुर अभ्यारण्य के लिए सर्वे का कार्य प्रारंभ होगा। इसका प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष लाभ वाइल्ड लाइफ तथा स्थानीय लोगों को मिलेगा।

इनका कहना है
बांधवगढ़ से संजय डुबरी टाइगर रिजर्व के बीच कॉरिडोर निर्माण का कार्य डब्ल्यूआईआई की देखरेख में चल रहा है। निश्चित रूप से इसका लाभ वाइल्ड लाइफ के साथ ही क्षेत्रीय लोगों को भी मिलेगा।
- मृदुल पाठक, संचालक बीटीआर उमरिया।

 

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