मोर पालने का शौक पड़ा भारी, पेंच की टीम ने गिरफ्तार कर भेजा जेल

मोर पालने का शौक पड़ा भारी, पेंच की टीम ने गिरफ्तार कर भेजा जेल

Bhaskar Hindi
Update: 2018-02-17 11:53 GMT
मोर पालने का शौक पड़ा भारी, पेंच की टीम ने गिरफ्तार कर भेजा जेल

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। मुर्गियों के साथ मोर पालने का शौक एक शख्स को भारी पड़ गया। राष्ट्रीय पक्षी को पालने और पालतू मोर की मौत होने पर पेंच पार्क की टीम ने अपराध दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया है। एसडीओ भारती ठाकरे ने बताया कि खमारपानी वनपरिक्षेत्र की डोगरगांव सर्किल के ग्राम सिलोटाकला में रहने वाले अमर पिता अवर मसराम ने मुर्गियों के साथ मोर को पाला था। दो मोर में से पिछले दिनों एक की मौत हो गई। सूचना मिलने पर अमर के खिलाफ वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को न्यायालय में पेश किया था। यहां से उसे जेल भेज दिया गया है। न्यायालय की अनुमति के बाद मोर का अंतिम संस्कार किया गया है। आरोपी ने मुर्गियों के साथ मोर को पाला था। दो मोर में से पिछले दिनों एक की मौत हो गई। सूचना मिलने पर अमर के खिलाफ वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को न्यायालय में पेश किया था।
आरोपी जंगल में कहीं से मोर के अंडे ले आया था और उसने ये अंडे मुर्गियों के अंडों के साथ रख दिए । निश्चित समय बाद इन अंडों में से मोर के चूजे निकले जो मुगियों के चूजों के साथ पलकर बड़े हुए । आरोपी को बार - बार ताकीत किया गया था कि वह  अपनी गलती सुधार ले और मोर के बच्चों को जंगल में छोड़ दे किंतु आरोपर ने ऐंसा नहीं किया ।
गांव में दी दबिश-
एसडीओ भारती ठाकरे ने बताया कि मोर को पाले जाने की सूचना के बाद अमर के घर दबिश दी गई। उसके परिजनों को हिदायत दी गई है कि दूसरे मोर को जंगल में छोड़ा जाए। मोर की पालतू पक्षियों की तरह पालना अपराध है।मोर पालने का शौक ग्राम सिलोटाकला में रहने वाले अमर पिता अवर मसराम को भारी पड़ गया।

 

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