डिम्स से होगी नुकसान की वसूली, कंडक्टरों की साठगांठ से आपली बस को लगा रहे थे चूना
डिम्स से होगी नुकसान की वसूली, कंडक्टरों की साठगांठ से आपली बस को लगा रहे थे चूना
डिजिटल डेस्क, नागपुर। बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों की जांच करने वाले ही कंडक्टरों से साठगांठ कर चूना लगा रहे हैं। यही वजह है कि मनपा के परिवहन विभाग को योजना बद्ध तरीके से आपली बस की चेकिंग करनी पड़ी। विशेष बात यह है कि यह चेकिंग डिम्स कंपनी के कर्मचारियों ने नहीं बल्कि मनपा के अधिकारियों ने की। 206 बसों की जांच में 5 में बिना टिकट यात्री मिले, जबकि 2 बसों में कंडक्टरों द्वारा जांच में सहयोग नहीं करने पर सस्पेंड कर दिया गया। मनपा के परिवहन सभापति बंटी कुकड़े ने बताया कि बिना टिकट यात्री मिलने वाले रूट और पूरे दिन में मनपा को होने वाली आय की तुलना पिछले शुक्रवार से की जाएगी और यदि टिकट से होने वाली आय से शुक्रवार 28 सितंबर को कम हुई तो डिम्स से रुपयों की वसूली की जाएगी। क्योंकि बिना टिकट यात्रियों को पकड़ने की जिम्मेदारी डिम्स के जांच करने वालों को दी गई है। मनपा मुख्यालय में आयोजित पत्र-परिषद में प्रमुख रूप से उप सभापति प्रवीण भिसीकर व परिवहन व्यवस्थापक शिवाजी जगताप उपस्थित थे।
ये अधिकारी थे चेकिंग में शामिल
शहर अभियंता मनोज तालेवार, कार्यकारी अभियंता गिरीश वासनिक, अनिरुद्ध चौगंजकर, राजेश भूतकर, एम.जी. कुकरेजा, मनोज गजभिये, राजेंद्र रहाटे, आर.एस.भुते, प्रभारी कार्यकारी अभियंता अनिल नागदिवे, आसाराम बोदेले, अनिल कडू आदि शामिल थे।
डिम्स की मिलीभगत से हो रही चोरी
मनपा का परिवहन विभाग डिम्स के 82 जांच करने वालांे को 8.5 लाख रुपए देती है जिससे बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों को पकड़ा जा सके। लेकिन डिम्स के चेकर और कंडक्टरों की मिली भगत होने के कारण बिना टिकट यात्रियों को नहीं पकड़ा जाता है। 1 मार्च 2017 से अब तक सिर्फ 835 यात्रियों को पकड़ा गया। सभापति का आरोप है कि बस की चैकिंग शुरू होते ही कंडक्टर और ड्राइवर वाट्सअप ग्रुप में खबर फैला देते हैं कि चैकिंग हो रही है। इससे अन्य बस चालक अलर्ट हो जाते हैं और चोरी बंद कर देते हैं।