अंतरराष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया अक्टूबर से -केदार

अंतरराष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया अक्टूबर से -केदार

Anita Peddulwar
Update: 2021-07-24 15:06 GMT
अंतरराष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया अक्टूबर से -केदार

डिजिटल डेस्क, मुंबई।  महाराष्ट्र में शुरु हो रही देश की पहली अंतरराष्ट्रीय खेल युनिवर्सटी में आगामी अक्टूबर महीने से प्रवेश प्रक्रिया की शुरुआत की जाएगी। राज्य के खेल व युवा कल्याण मंत्री सुनील केदार ने यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि प्रवेश प्रक्रिया की शुरुआत के लिए योजना बनाई जा रही है। पहले चरण में दो पाठ्यक्रमों की शुरुआत की जाएगी। जिसमें बीबीए(स्पोर्टस मैनेजमेंट) व बीएससी (स्पोर्टस साइंस) का समावेश होगा।  इन पाठ्यक्रमों में 60 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र देश का पहला राज्य है । जहां अंतरराष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय की शुरुआत की जा रही है। इससे राज्य में अच्छे खिलाड़ी तैयार होगे। 


इससे पहले शनिवार  को राज्य में अंतरराष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय शुरु करने के संबंध में सहयाद्री अतिथिगृह में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। बैठक में राज्य के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने बैठक में कहा  कि मैदान के बाहर व भीतर प्रशिक्षण पर जोर देना जरुरी है। इस विद्यापीठ से हमे अंतरराष्ट्रीय दर्जे के  खिलाड़ी तैयार करने में तो  मदद  मिलेगी ही बल्कि प्रभावी योजना से इससे रोजगार का सृजन करने में भी सहयोग मिलेगा।  बैठक के दौरान बैठक के दौरान राष्ट्रवादी  कांग्रेस पार्टी  के  प्रमुख  शरद पवार ने कहा कि  महाराष्ट्र में शुरु हो रही अंतराष्ट्रीय खेल यूनिवर्सिटी के कामकाज  की शुरुआत के लिए जरुरी नियुक्ति प्रक्रिया व विश्वविद्यालय को आवश्यक बुनियादि सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में कदम उठाया जाना जरुरी है।

 विश्वविद्यालय शुरु करने के लिए कुलपति,कुलसचिव व प्राध्यपक जैसे पदों को भरा जाना बेहद जरुरी है। इसके लिए प्रशासकीय प्रक्रिया को तत्काल पूरा  किया जाना आवश्यक है। वहीं सांसद संजय राऊत ने कहा  कि विद्यापीठ के माध्यम से स्कूल व महाविद्यालय  में खेलों को प्रोत्साहन दिया जाना जरुरी है।  बैठक में विधायक रोहित पवार,स्कूली शिक्षा व खेल विभाग की अतिरिक्त  मुख्य सचिव वंदना कृष्णा,खेल व युवा कल्याण  आयुक्त ओम प्रकाश बकोरिया,वास्तु शास्त्रज्ञ शशी प्रभू, व सिम्बायोसिस  की प्रमुख संचालक डाक्टर विद्या येरवडेकर मुख्य रुप से उपस्थित थे। 


 

Tags:    

Similar News