पुणे के बाद अब मुंबई के द स्टेट बैंक ऑफ मारीशस का सर्वर हैक, 143 करोड़ की ठगी

पुणे के बाद अब मुंबई के द स्टेट बैंक ऑफ मारीशस का सर्वर हैक, 143 करोड़ की ठगी

Tejinder Singh
Update: 2018-10-12 14:54 GMT
पुणे के बाद अब मुंबई के द स्टेट बैंक ऑफ मारीशस का सर्वर हैक, 143 करोड़ की ठगी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पुणे के बाद अब मुंबई में भी एक बैंक पर साइबर हमले का मामला सामने आया है। हैकरों ने द स्टेट बैंक ऑफ मारीशस से करीब 143 करोड़ रुपए की ठगी की है। बैंक का सर्वर हैक कर आरोपियों ने ठगी गई रकम विदेश में स्थित अलग-अलग शाखाओं ने स्थानांतरित कर दी है। बैंक की शिकायत मिलने के बाद मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है।

बैंक की ओर से मुंबई पुलिस को जो शिकायत दी गई है उसके मुताबिक उसकी नरिमन पॉइंट स्थित बैंक की शाखा के सर्वर हैक करने के बाद आरोपियों ने विभिन्न खातों से 143 करोड़ की रकम विदेश में स्थित दूसरे खातों में स्थानांतरित कर दी। आर्थिक अपराध शाखा के साथ-साथ साइबर सेल विशेषज्ञ भी छानबीन में जुटे हुए हैं। इसके अलावा बैंक भी आंतरिक रूप से इस मामले की छानबीन कर रही है।

शक है कि बैंक के किसी कर्मचारी की ठगों के साथ मिलीभगत हो सकती है। स्टेट बैंक ऑफ मारीशस की भारत में मुंबई के साथ-साथ चेन्नई, हैदराबाद और चंद्रपुरम में शाखाएं हैं। इससे पहले पुणे स्थित कॉसमास बैंक प्रायवेट लिमिटेड से हैंकरों ने इसी तरह 94.24 करोड़ रकम अवैध तरीके से विदेशी खातों में ट्रांसफर कर दी थी।

जाने माने साइबर अपराध विशेषज्ञ और वकील प्रशांत माली के मुताबिक अक्सर पैसे बचाने की कोशिश में बैंक साइबर सुरक्षा को लेकर लापरवाही बरततीं हैं। कोबाल्ट और लजारस नाम के साइबर ठगों का दो गिरोह है जो दुनियाभर के बैंकों की साइबर सुरक्षा में कमिया ढूंढते रहते हैं। मौका मिलते ही मालवेयर इस्टॉल कर इस ठगी को अंजाम दे दिया जाता है।  

 

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