लोकसभा टिकट पर बोले पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह- पार्टी का फैसला अंतिम निर्णय होगा

लोकसभा टिकट पर बोले पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह- पार्टी का फैसला अंतिम निर्णय होगा

Bhaskar Hindi
Update: 2019-03-05 07:54 GMT
लोकसभा टिकट पर बोले पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह- पार्टी का फैसला अंतिम निर्णय होगा

डिजिटल डेस्क,सतना। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल ने कहा कि पार्टी जिसे टिकट देगी,वही चुनाव लड़ेगा। इस मसले पर किंतु-परंतु और अटकलों का कोई अर्थ नहीं है। कांग्रेस का फैसला ही हमारे लिए अंतिम निर्णय है। दैनिक भास्कर के साथ खास मुलाकात में उन्होंने कहा कि समझौते की सियासत उन्हें पसंद नहीं है। एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि अगर पार्टी उन्हें अवसर देती है तो शहर की तस्वीर बदलना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। उन्होंने विकास के मुद्दे पर रीवा का जिक्र करते हुए कहा कि 15 साल में सतना की जिस हद तक दुर्गति हुई है,वो किसी से छिपी नहीं है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 5 वर्षों में सतना को केंद्र सरकार से ऐसी एक भी सौगात नहीं मिली है,जिसे गिनती में लिया जा सके। सिंह ने बरगी प्रोजेक्ट को अपनी प्रमुख प्राथमिकताओं में शामिल करते हुए कहा कि वो सही मायने में विंध्य द्वार सतना का औद्योगिक विकास के पक्षधर हैं। उन्होंने जिला मुख्यालय समेत जिले में सुनियोजित शहरी और कस्बाई विकास की जरुरत भी जताई।
विंध्य में कांग्रेस का कमजोर प्रदर्शन शोध का विषय -
विधानसभा के विगत चुनाव में कांग्रेस के कमजोर प्रदर्शन के प्रश्न पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल ने कहा कि बेशक ये रिसर्च का विषय है। उन्होंने कहा कि इस रहस्य का पर्दाफाश तो तभी हो सकता है, जब इस तथ्य से पर्दा उठ जाए कि वोटिंग के बाद बांधवगढ़ में शिवराज 3 दिन क्या कर रहे थे? श्री सिंह ने कहा कि विंध्य में कांग्रेस वस्तुत: तबके सीएम शिवराज सिंह चौहान के निशाने पर थी। अन्यथा ऐसे अप्रत्याशित परिणाम कैसे संभव थे? उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष के तौर विधानसभा में सरकार की वित्तीय अनियमितिताओं का पर्दाफाश करने के कारण वो शिवराज के निशाने पर रहे हैं। सिंह ने कहा कि  विंध्य के संभावित जनादेश से शिवराज जहां डरे हुए थे। वहीं  उन्हें मालवा पर जरुरत से ज्यादा भरोसा था,मगर गणित बिगड़ गया और अब वो सत्ता से बाहर हैं। पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने गुजरात के सूरत और राजस्थान के बांसवाड़ा के संदर्भों का जिक्र करते हुए कहा कि यही बीजेपी का इलेक्शन पैटर्न है।  
खजाना खाली फिर भी किसानों की कर्ज माफी -
कांग्रेस की कमलनाथ सरकार को जनहितकारी बताते हुए उन्होंने कहा कि सरकार बचन पत्र में शामिल अपनी सर्वोच्च प्राथमिकताओं का क्रियान्वयन कर रही है। उन्होंने कहा कि खजाना खाली होने के बाद भी किसानों के ऋण माफ किए गए हैं। बिजली के बिल माफी का काम तेजी से चल रहा है। पेंशन  बढ़ाकर 600 रुपए कर दी गई है। बेरोजगारी भत्तों पर त्वरित कार्यवाही से युवाओं में उत्साह है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश में सरकार गिराना बच्चों का खेल नहीं है।

 

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