महाराष्ट्र : अजित पवार ने बनाया 38 दिन में दूसरी बार उपमुख्यमंत्री बनने का रिकार्ड
महाराष्ट्र : अजित पवार ने बनाया 38 दिन में दूसरी बार उपमुख्यमंत्री बनने का रिकार्ड
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में सोमवार को मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार ने एक बार फिर उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। अजित पवार ने इसके पहले 23 नवंबर को उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी, और देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। लेकिन चंद दिनों बाद ही उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। और उसके बाद राज्य में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस की महा विकास अघाड़ी की सरकार बनी थी। अजित पवार राकांपा सुप्रीमो शरद पवार के भतीजे हैं। राज्य में महा विकास अघाड़ी की सरकार बनने के 32 दिनों बाद सोमवार को मंत्रिमंडल का विस्तार किया जा रहा है।
राज्य की बत्तीस दिन पुरानी उद्धव ठाकरे सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में 26 कैबिनेट और 10 राज्य मंत्रियों ने शपथ ली। सोमवार को विधानभवन प्रागंण में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मंत्रियों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। राज्य में मंत्री परिषद में तीन महिलाओं को भी मौका मिला है जबकि सबसे बड़े सत्ताधारी शिवसेना ने किसी महिला को मंत्री नहीं बनाया। पिछली सरकार की तुलना में इस सरकार में विदर्भ को अधिक प्रतिनिधित्व मिला है। विदर्भ से कुल 7 मंत्री बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के सुपुत्र आदित्य ठाकरे को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।
दोपहर 1 बजे शुरु शपथ ग्रहण समारोह में सबसे पहले अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की बगल वाली कुर्सी पर आकर बैठे। अजित ने ठीक 38 दिन पहले राजभवन में देवेंद्र फडणवीस के साथ उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। वरिष्ठता क्रम में अजित के बाद पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। कैबिनेट मंत्रियों में सबसे अंत में शिवसेना विधायक आदित्य ठाकरे ने शपथ ली। इसके पहले कांग्रेस-राकांपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे औरंगाबाद की सिल्लोड सीट से अब शिवसेना विधायक अब्दुल सत्तार इस बार राज्यमंत्री बनाए गए हैं।
शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार में चार मुस्लिम विधायकों को मंत्री बनाया गया है। शिवसेना को समर्थन दे रहे तीन निर्दलीय विधायकों बच्चु कडू, राजेन्द्र पाटिल( वड्रावरकर) व शंकरराव गडाख को मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया है। जबकि सरकार को समर्थन दे रहे छोटे दलों के किसी भी विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया। अब ठाकरे सरकार में कुल 43 मंत्री हैं। कांग्रेस को दो पूर्व मुख्यमंत्रियों अशोक चव्हाण और पृथ्वीराज चव्हाण में से पृथ्वीराज चव्हाण को मंत्री बनने का मौका नहीं मिल सका।