बाघ की दहशत से 32 गांवों में अलर्ट जारी, पिंजरे में बैठकर बाघ को पकड़ने की कवायद

बाघ की दहशत से 32 गांवों में अलर्ट जारी, पिंजरे में बैठकर बाघ को पकड़ने की कवायद

Anita Peddulwar
Update: 2018-10-25 09:35 GMT
बाघ की दहशत से 32 गांवों में अलर्ट जारी, पिंजरे में बैठकर बाघ को पकड़ने की कवायद

डिजिटल डेस्क, अमरावती। नरभक्षी बाघ की दहशत से जहां फारेस्ट की नींद उड़ी हुई है वहीं लोग घर से बाहर निकलने के लिए भी डर रहे हैं।  दो युवा किसानों और 2  बछड़े को नरभक्षी बाघ द्वारा निवाला बनाने के बाद लोग और अधिक दहशत में आ गए हैं। इस बाघ का लोकेशन  अंजनसिंगी गांव से कुर्हा गांव की ओर मिलने पर वन विभाग के अधिकारियों ने इस परिसर के 32 गांवों में अलर्ट जारी कर दिया है। वनकर्मी खुद को पिंजरे में कैद कर बाघ को पकड़ने की जद्दोजहद कर रहे हैं।

बताया जाता है कि नरभक्षी बाघ ने गत शुक्रवार से लेकर अब तक धामणगांव, तिवसा व कुर्हा परिसर में आतंक मचा रखा है। जिसके चलते परिसर में रहने वाले लोग काफी भयभीत हुए हैं। बाघ को पकडऩे के लिए वन विभाग व्दारा मंगलवार की रात अंजनसिंगी परिसर में दो मवेशियों के बछड़े को खेत में बांध दिया था। बुधवार की सुबह जब वन विभाग के अधिकारियों ने जांच की तो पता चला कि दोनों बछड़े को भी नरभक्षी बाघ ने अपना निवाला बनाकर कुर्हा की ओर निकल गया। जिसके चलते वन विभाग के अधिकारी व पुलिस कर्मियों व्दारा पूरे परिसर में बाघ की तलाश जारी की है।

32 गांवों में अलर्ट : नरभक्षी बाघ की दहशत को देखते हुए वन विभाग के अधिकारियों व्दारा अंजनसिंगी, कुर्हा, तिवसा आदि परिसर के लगभग 32 गांववासियों को मुनादी देकर सतर्क रहने का इशारा दिया है। सुरक्षा हेतु इन परिसर की सभी स्कूलों को छुट्टी भी दे दी गयी है।

सुबह-शाम रास्ते वीरान : कुर्हा से धामणगांव मार्ग पर रोजाना गांव के नागरिक मॉर्निंग वॉक करते थे, किंतु बाघ की दहशत से परिसर के नागरिकों ने मॉर्निंग व इवनिंग वॉक करना छोड़ दिया है। साथ ही रात के समय पान टपरी पर खड़े रहने वाले युवक भी 5 बजे के पहले ही अपने घर का रास्ता नाप रहे हैं। जिसके चलते गांव में वीरानी छायी हुयी है।

5 दिन बाद मिले पकडऩे के आदेश : वन विभाग व्दारा नरभक्षी बाघ को पकडऩे के लिए प्रधान मुख्य वनसंरक्षक कार्यालय को पत्र भेजा गया था। किंतु 5 दिन बाद  कार्यालय से बाघ को ट्रैगोलाईक्स करने के आदेश वन विभाग को प्राप्त हुए हैं।

पिंजरे में बैठे वन कर्मी : नरभक्षी बाघ को पकडऩे के लिए वन विभाग के शॉर्प शूटर अमोल गावनेर व राजेश राठोड  ढाकुलगांव स्थित जंगल में रखे पिंजरे में अपने आप को कैद को बाघ को पकड़ने के लिए बैठे हैं। जिसके चलते शीघ्र ही  बाघ के  पकड़ने की संभावना है।।

वनमंत्री को भेजा पत्र : नरभक्षी बाघ ने दो किसानों की हत्या करने के बाद मवेशियों को भी अपना निवाला बनाया। इस बात को गंभीरता से लेते हुए जिले के पालकमंत्री प्रवीण पोटे ने वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार को पत्र भेजकर मृतकों के परिजनों को मदद करने व परिसर की स्थिति को देखते हुए नरभक्षी बाघ को शीघ्र पकडऩे की मांग की है।


 

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