अमरावती: रंग बदल रहा कोरोना: खांसी, गले में तकलीफ नहीं सिर्फ तेज बुखार
अमरावती: रंग बदल रहा कोरोना: खांसी, गले में तकलीफ नहीं सिर्फ तेज बुखार
डिजिटल डेस्क, अमरावती । अमरावती मनपा क्षेत्र के पश्चिमी इलाकों में अबतक 28 कोरोना से संक्रमित मरीज पाए गए हैं। जिसमें से 7 संक्रमित मरीजों की मौत हो गई है। कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति को खांसी, सांस लेने में तकलीफ और तेज बुखार जैसे लक्षणों से पहचाना जाता है। लेकिन अमरावती में अब तक कोरोना से संक्रमित पाए गए एक भी मरीज में यह लक्षण नहीं होने से बुखार वाला कोरोना जिले के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
अमरावती मनपा क्षेत्र में अबतक 27 कोरोना के मरिज पाए गए है। जिसमें से 7की मौत हो गई है। इसके अलावा चार मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। साथ ही कोविड-19 अस्पताल में 17 मरीजों का उपचार चल रहा है। कोविड-१९ अस्पताल में उपचार ले रहे 17 मरीजों में से एक के अलावा किसी में भी बुखार के अलावा सूखी खासी, सांस लेने में तकलीफ, गले में जकड़न, जैसे लक्षण नहीं मिले हैं। आम तौर पर सिर्फ बुखार आने पर इसे हलके में लिया जाता है। ऐसे में अगर नागरिक कोरोना से संक्रमित भी हो जाता है तो वह कई लोगों के संपर्क में आ जाने के बावजूद भी उसे पता नहीं चलता कि वह कोरोना का मरीज है। इसलिए बुखारवाला कोरोना अमरावती के लिए घातक साबित हो सकता है।
कोई भी लक्षण नहीं
अबतक कोरोना से संक्रमित होनेवाले मरीजों में बुखार के अलावा खांसी, सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण न रहने से कोरोना के मरीज की पहचान करने में परेशानी हो रही है।
- डा. श्यामसुंदर निकम, जिला शल्य चिकित्स
10 फीसदी मरीजों में लक्षण
कोरोना का परिणाम मात्र 10 फीसदी मरिजों में ही गंभीर रूप से दिखाई देता है। 50 से 60 फीसदी मरीजों में किसी भी प्रकार के लक्षण नहीं दिखाई देते। इसके अलावा 20 फीसदी मरिजों में कुछ ही प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं। दिल की बीमारी, हाईब्लड प्रेशर, मधुमेह, क्षय रोग, अस्थमा तथा रोग प्रतिरोधक शक्ति कम रहनेवाले मरीजों को कोरोना का संक्रमण होने का खतरा अधिक रहने से उन्हें विशेष प्रकार की सावधानी बरतना जरुरी है। - डा. पवन अग्रवाल, कार्डिओलॉजिस्ट