रईसों की शादी में सूट-बूट में पहुंचकर उड़ाते थे माल, पुलिस ने गिरोह को दबोचा

रईसों की शादी में सूट-बूट में पहुंचकर उड़ाते थे माल, पुलिस ने गिरोह को दबोचा

Anita Peddulwar
Update: 2020-02-17 08:16 GMT
रईसों की शादी में सूट-बूट में पहुंचकर उड़ाते थे माल, पुलिस ने गिरोह को दबोचा

डिजिटल डेस्क,  नागपुर। अंतरराज्यीय स्तर पर शादियों में चोरी करने वाले गिरोह के चार सदस्य पहली बार शहर पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। गिरोह में नाबालिग, एक महिला (नाबालिग की मौसी) और अन्य दो लोग शामिल हैं। इस गिरोह ने रामदासपेठ स्थित होटल सेंटर प्वाइंट में एक शादी समारोह से लाखों का माल उड़ाया था। गत वर्ष शादियों में हुई चोरियों का भी पर्दाफाश हुआ है।  पुलिस जिमखाना में आयोजित पत्र परिषद में अपर पुलिस आयुक्त नीलेश भरणे ने यह जानकारी दी। श्री भरणे ने बताया कि, आरोपी बड़ी शादियों में सूट-बूट पहनकर जाते थे और कीमती माल पर हाथ साफ कर चलते बनते थे। सीसीटीवी की मदद से पुलिस आरोपियों तक पहुंची है।

बड़ा ताजबाग में किराए के कमरे में रहते थे
आरोपी सन्नी हरिप्रसाद छायल (32), मोहित महेंद्रसिंह (26), बंबाबाई निरंजन सिसोदिया (45) और 17 वर्षीय किशोर हैं। सभी मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिला अंतर्गत ग्राम कडिया-सांसी के निवासी हैं। वर्तमान में यह गिरोह बड़ा ताजबाग परिसर में किराए का कमरा लेकर रह रहा था। रविवार को उन्हें सीसीटीवी कैमरे से बरामद फुटेज के आधार पर पकड़ा गया। आरोपियों से शादी में चोरी हुए माल में से कुल 5 लाख 14 हजार का माल बरामद किया गया है। 

चोरी की घटना 9 फरवरी-2020 को रामदासपेठ स्थित होटल सेंटर प्वाइंट में मालपानी नामक आईपीएस अधिकारी के रिश्तेदार मुकुंद रामप्रसाद गणेरीवाल (59), न्यू सुभेदार ले-आउट निवासी के पुत्र की शादी के दौरान हुई थी। गणेरीवाल परिवार का अस्पताल भी है। शादी में वर-वधु पक्ष के कई मेहमान आए हुए थे। बेगानी शादी में अब्दुला दीवाना की तर्ज पर गिरोह के चोरों सदस्य भी सूट-बूट पहनकर शादी में शामिल हुए थे। करीबी रिश्तेदार की तरह चारों मंच के इर्द-गिर्द ही मंडरा रहे थे। दूल्हे की भाभी डॉ. संजना अटल के पास नकदी, दूल्हे को तोहफे के रुप में िमले लिफाफे और आभूषणों की बैग थी।

मंच के पास कुर्सी पर संजना ने जैसे ही बैग रखी, नाबालिग ने उड़ा दी और समारोह स्थल से बाहर निकलकर बैग अपने साथियों को दे दी। बैग में नकदी समेत हीरे जड़ित आभूषण भी थे। कुल 4 लाख 92 हजार रुपए का माल था। चोरी का यह पूरा वाकया विभिन्न स्थानों पर लगे सीसीटीवी में कैद हुआ है। बरामद फुटेज के आधार पर अपराध शाखा की यूनिट क्र.-5 की टीम आरोपियों के पीछे लगी हुई थी। 

बड़े घरों की शादियां होती थी निशाने पर
अपर आयुक्त नीलेश भरणे ने बताया कि, गिरोह को सिसोदिया टोली के नाम से जाना जाता है। गिरोह के निशाने पर सिर्फ बड़े घरों की ही शादियां होती हैं। शादी में जाने के लिए आरोपी बैग में तीन-चार सूट भी रखते थे। मंच के अलावा दूल्हा-दुल्हन के करीब परिजनों के आगे-पीछे ही घूमते रहते थे। देखने से ऐसा लगता था जैसे  वह दूल्हा-दुल्हन के करीबी रिश्तेदार हैं, लेकिन मौका मिलते ही मंच से कीमती माल पर हाथ साफ कर देते थे। चोरी को नाबालिग की मदद से अंजाम दिया जाता थे। पकड़े जाने पर बच्चा है, छोड़ दो, की भूमिका अपनाते थे। 

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