गरमा-गरम जलेबी पसंद करते थे अटलजी, जब अमरावती आए तो किया मनपसंद नाश्ता

गरमा-गरम जलेबी पसंद करते थे अटलजी, जब अमरावती आए तो किया मनपसंद नाश्ता

Tejinder Singh
Update: 2018-08-16 16:04 GMT
गरमा-गरम जलेबी पसंद करते थे अटलजी, जब अमरावती आए तो किया मनपसंद नाश्ता

डिजिटल डेस्क, अमरावती। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री, भाजपा के वरिष्ठ नेता और भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार को निधन हो गया। अटलजी का महाराष्ट्र के अमरावती शहर से एक गहरा रिश्ता जुड़ा हुआ है। वे एक बार चुनाव प्रचार के लिए अमरावती आए थे। 1980-81 के विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा की टिकट पर वीर वामनरावदादा जोशी की सुपुत्री मालतीताई जोशी चुनाव मैदान में थी। वहीं बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा की उम्मीदवारी पर रियाज अहमद चुनाव मैदान में थे। उस समय अटल बिहारी वाजपेयी ने मालतीताई जोशी के प्रचार के लिए जोग चौक में भव्य सभा को संबोधित किया था। पश्चात वह बडनेरा के लिए रवाना हुए।

वर्तमान में बडनेरा स्थित मोदी अस्पताल के परिसर में यहा भी उन्होंने रियाज अहमद के प्रचार में भव्य सभा को संबोधित किया था। यह जानकारी भाजपा प्रदेश प्रवक्ता शिवराय कुलकर्णी ने दी। इसके अलावा रमेश व्यंकटप्रसाद दूबे बताते है कि जनसंघ के जमाने में वर्ष 1965-70 के बीच अमरावती में अटल बिहारी वाजपेयी आए हुए थे। उस समय वह मोर्शी रोड स्थित ट्रैफिक पुलिस चौकी के पीछे स्थित बिहारीसेठ अग्रवाल के घर रुके थे।

उस समय सुबह के दौरान उनकी पसंदीदा जलेबी का नाश्ता रखा गया था। अटलजी को जलेबी काफी पसंद थी। जिसके चलते नाश्ते में खासतौर पर जलेबी रखी गयी थी। उस समय कड़ाके की ठंड का मौसम था और नेहरु मैदान काफी बड़ा हुआ करता था। सुबह 7 बजे अटलजी की सभा को सुनने के लिए कड़ाके की ठंड में भी यह मैदान लोगों से खचाखच भरा हुआ था। उस समय फिएट और एम्बेसीडर कार थी। इनमें से अटल बिहारी वाजपेयी एवं बिहारीसेठ अग्रवाल दोनों घर से फिएट कार में बैठकर सभा के लिए रवाना हुए थे।

बता दें कि केंद्र की मोदी सरकार ने अटल बिहारी वाजपेयी जी के निधन पर उनके सम्मान में सात दिन का राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। वाजपेयी की याद में शुक्रवार को दिल्ली, बिहार, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, झारखंड सहित कई राज्य सरकारों ने भी स्कूल, कॉलेज और सरकारी दफ्तर बंद रखने का ऐलान किया है।

Tags:    

Similar News