MP : प्रदेश के एकमात्र आयुर्वेद अस्पताल में नहीं हैं दवाईयां, भटक रहे मरीज

MP : प्रदेश के एकमात्र आयुर्वेद अस्पताल में नहीं हैं दवाईयां, भटक रहे मरीज

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-06 06:42 GMT
MP : प्रदेश के एकमात्र आयुर्वेद अस्पताल में नहीं हैं दवाईयां, भटक रहे मरीज

डिजिटलव डेस्क,भोपाल। प्रदेश के एकमात्र आयुर्वेदिक अस्पताल में लोग उपचार के लिए पहुंच रहे है, लेकिन अस्पताल में उन्हें दवाईयां ही नहीं मिल रही है।  जिस अस्पताल में मरीज आयुर्वेदिक उपचार की उम्मीद लिए राजधानी पहुुंच रहे हैं उन्हें अस्पताल में दवाईयां ही नहीं मिल पा रही है। यह बात और है कि अस्पताल में आयुर्वेदिक दवाओं का बजट करोड़ों रुपए का है।

गौरतलब है कि प्रदेश के खुशीलाल अस्पताल में मरीज दवाओं के लिए तरसते नजर आए, यहां पेट दर्द से पीड़ित शाहजहांनाबाद निवासी जुनैद बैग ने बताया कि वह चार साल से पेट दर्द की बीमारी से पीड़ित हैं। उपचार में हजारों रुपए खर्च कर दिए, लेकिन आराम नहीं लगा। इसी वजह से वह मई 2017 को खुशीलाल अस्पताल आया था। हर बार उसे अस्पताल के डॉक्टर 5 से 6 दवाइयां लिखते हैं, लेकिन अस्पताल से सिर्फ 2 तरह की दवा ही मिलती है। बाकी दवाईयां बाहर से खरीदनी पड़ती हैं। 

दमा की बीमारी का उपचार कराने आए कोटरा निवासी अजय को भी OPD पर्ची में जांच के बाद 6 प्रकार की दवाईयां लिखी, लेकिन अस्पताल के दवा काउंटर से उसे 2 दवाईयां ही मिली। इस दौरान अन्य मरीजों के भी यही हाल थे जो बिना दवा खरीदे ही बिना उपचार के लौट गए। बताया जा रहा है कि आयुर्वेदिक अस्पताल के सामने कमर्शियल कॉम्पलेक्स में एक दुकान में मेडिकल स्टोर है। इसके अलावा दूर-दूर तक कोई मेडिकल की दुकान नहीं है। मरीजों को मजबूरन इस दुकान से ही दवाईयां खरीदनी पड़ती है। आयुर्वेदिक अस्पताल प्रभारी अधीक्षक डॉ. पंकज शुक्ला का कहना है कि दवाईयों की खरीदी के लिए सरकारी दुकानें चिन्हित हैं। मुफ्त दवाओं के वितरण के लिए भी 150 तरह की ही दवाईयों की लिस्ट जारी की गई है। ऐसे में सभी दवाईयां उपलब्ध होना मुमकिन नहीं है।
 

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