पोषण आहार की राशि के लिए भटक रहीं बैगा महिलाएं

पोषण आहार की राशि के लिए भटक रहीं बैगा महिलाएं

Bhaskar Hindi
Update: 2019-02-07 08:05 GMT
पोषण आहार की राशि के लिए भटक रहीं बैगा महिलाएं

डिजिटल डेस्क,शहडोल। जिले की बैगा महिलाओं के लिए शुरू की गई पोषण आहार योजना का लाभ उन्हें नहीं मिल रहा है। योजना के तहत परिवार की महिला मुखिया को हर माह एक हजार रुपए दिए जाने का प्रावधान है, लेकिन जिले के कई ग्राम पंचायतों में बैगा महिलाओं का अभी तक सूची में नाम ही नहीं चढ़ा है।
कलेक्ट्रेट पहुंची महिलाएं
ग्राम दूधी की तीन दर्जन से अधिक महिलाएं कलेक्टर कार्यालय में शिकायत लेकर पहुंची थीं। उनका कहना था कि बैगा विकास अभिकरण कार्यालय में उन्होंने जुलाई 2018 में योजना का लाभ पाने के लिए आवेदन दिया था, लेकिन अभी तक उन्हें इसका लाभ नहीं मिल पाया है। कई बार परियोजना प्रशासक कार्यालय में इसकी शिकायत दर्ज कराई गई, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन ही दिया गया। इसी तरह ग्राम पंचायत हर्री की 50 महिलाएं बुधवार को बैगा विकास अभिकरण कार्यालय पहुंची थी। उन्होंने बताया कि उन्होंने चुनाव के पहले अपना आवेदन दस्तावेजों के साथ जमा कराया था। योजना का लाभ तो मिला नहीं पूछने पर आवेदन का भी पता नहीं चल रहा है।
दिसंबर 2017 से शुरू हुई है योजना
योजना की शुरुआत दिसंबर 2017 में हुई थी। तब जिलेभर में प्रारंभिक सर्वे कराया गया था। इसमें कुल 24328 हितग्राही चिन्हित किए गए थे। इनमें से 23824 के प्रकरण स्वीकृत किए गए थे। शेष बचे हितग्राहियों के खाता नंबर और नाम में कुछ गड़बड़ी थी, इसलिए उनको पोषण आहार की राशि नहीं मिली थी। इसके अलावा जिले भर में एक हजार से अधिक बैगा महिलाएं योजना का लाभ पाने से वंचित रह गई थी, क्योंकि उनका नाम सूची में शामिल ही नहीं किया गया था।
सर्वे के दौरान बरती गई लापरवाही
योजना के लिए प्रारंभिक तौर पर शिक्षकों के माध्यम से सर्वे कराया गया था। सर्वे में काफी लापरवाही बरती गई। हर ग्राम पंचायत में कुछ न कुछ पात्र महिलाओं को छोड़ दिया गया, जबकि कुछ जगह अपात्रों को शामिल कर लिया गया। इसी तरह करीब आधा दर्जन ग्राम पंचायतों में तो सर्वे ही नहीं किया गया। जब महिलाओं को इसकी जानकारी हुई तो वे स्वयं ही अपना फार्म जमा कराने पहुंची, लेकिन अभी तक उनका नाम पात्र हितग्राहियों की सूची में शामिल नहीं किया गया है।
जुलाई 2018 तक 1902 करोड़ का हुआ भुगतान
बैगा विकास अभिकरण से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक योजना के तहत दिसंबर 2017 से जुलाई 2018 तक कुल 1902 करोड़ रुपए का भुगतान बैगा महिलाओं को किया जा चुका है। एक हजार रुपए की राशि महिलाओं के बैंक खातों में अंतरित की जाती है। अधिकारियों के मुताबिक फिलहाल अगस्त 2018 से दिसंबर 2018 के भुगतान के लिए महिलाओं की सूची के वेरिफकेशन का काम चल रहा है। योजना की पात्र कुछ महिलाओं की मौत हो चुकी है, वहीं कुछ परिवार छूट गए हैं। सूची को दुरुस्त करने की कवायद चल रही है।   
इनका कहना है
जुलाई 2017 तक राशि का भुगतान किया जा चुका है। अगस्त से होने वाले भुगतान के लिए ग्रामवार सूची तैयार करने की जिम्मेदारी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों को सौंपी गई है। वहां से हमें सूची नहीं मिली है।
प्रयास कुमार प्रकाश- परियोजना प्रशासक बैगा विकास अभिकरण

 

Similar News