लोन की आड़ में बैंकों को लगी करोड़ों की चपत , 3 साल में 50 करोड़ रुपए डूबे

लोन की आड़ में बैंकों को लगी करोड़ों की चपत , 3 साल में 50 करोड़ रुपए डूबे

Anita Peddulwar
Update: 2019-09-10 11:24 GMT
लोन की आड़ में बैंकों को लगी करोड़ों की चपत , 3 साल में 50 करोड़ रुपए डूबे

डिजिटल डेस्क, नागपुर । शहर में सरकारी और गैर-सरकारी बैंकों को तीन वर्ष के भीतर करोड़ों रुपए का फटका लगा है। वाहन और गृह लोन की आड़ में सुनियोजित तरीके से घटित प्रकरणों को अंजाम दिया गया है। स्थानीय अपराध शाखा के आर्थिक विभाग ने प्रकरण दर्ज कर कुछ लोगों पर शिकंजा कसा है, मगर कुछ लोग अभी भी पुलिस की गिरफ्त बाहर हैं। हालांकि उन्हें बहुत जल्द गिरफ्तार करने का दावा पुलिस विभाग की तरफ से किया जा रहा है। 

फर्जी नाम...जमीन नहीं, फिर भी  फसल कर्ज का लाभ लिया 
बैंकों के साथ हुई धोखाधड़ी में यह चौंकाने वाला मामला है। प्रकरण में लिप्त आरोपी के पास खेती नहीं है। फिर भी उसने खेती से संबंधित सात-बारह और अन्य फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए। इसके लिए अलग-अलग जान-पहचान के 13 लोगों के नामों का भी इस्तेमाल किया। उनकी भी खेती दिखाकर फसल लाभ के तौर पर मानकापुर क्षेत्र की बैंक को 1 करोड़ 73 लाख 80 हजार 413 रुपए से चूना लगाया है। भंडारा में भी इसी तरह से और एक बैंक को करोड़ों रुपए से ठगा गया है। 

गिरवी संपत्ति पर खेल
बैंक धोखाधड़ी में सबसे बड़ा और चर्चित मामला नवोदय अर्बन को-ऑप.बैंक का है। संचालक मंडल और बैंक अधिकारी-कर्मचारियों ने 38 करोड़ 75 लाख 20 हजार 641 रुपए का कर्ज बांट दिया। इसके लिए विवादित संपत्ति को गिरवी रखा गया, जो नियमबाह्य है। कुछ गिरवी संपत्ति की कीमत बढ़ा-चढ़ाकर दिखाई गई है।

आरोपियों की खोजबीन जारी है  
प्रकरणों में लिप्त आरोपियों की खोजबीन हर स्तर पर जारी है। बहुत जल्द उन्हें पकड़ा जाएगा।  -श्वेता खेड़कर, उपायुक्त आर्थिक विभाग, नागपुर पुलिस 

अन्य बैंकों को भी चपत
1. कोटक महिंद्रा बैंक को भी वर्ष 2018 में ही कार लोन की आड़ में ही 12 लाख 13 हजार रुपए से ठगा गया है।
2. गिट्टीखदान क्षेत्र में भी स्टैंट बैंक ऑफ इंडिया को लाखों रुपए से ठगा गया है। वर्ष 2017 में दो लोगों ने इस बैंक से वाहन खरीदी के लिए ही 42 लाख 50 हजार रुपए का कर्ज लिया था। अन्य प्रकरणों की तरह इस मामले में भी लाखों की रकम डकार ली गई है। 
3. वाड़ी में विदर्भ कोकण ग्रामीण बैंक की शाखा है। तत्कालीन बैंक अधिकारी आरोपी अविनाश देशमुख की मदद से मोहम्मद रफीक नूर मोहम्मद शेख, चंपालाल उर्फ चंदूलाल शाहू, विजय पटले समेत कुल आठ आरोपी बैंक को 16 लाख 65 हजार रुपए से ठगने में सफल रहे।  

 

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