ठग समझकर सांख्यिकी अधिकारी की कर दी पिटाई, बना लिया बंधक
ठग समझकर सांख्यिकी अधिकारी की कर दी पिटाई, बना लिया बंधक
डिजिटल डेस्क, नागपुर। सांख्यिकी अधिकारी अपने सहयोगियों के साथ लोगों के घरों में जाकर सामाजिक और आर्थिक सर्वेक्षण कर रहे थे कि ठग समझकर एक घर वालों ने न सिर्फ पिटाई की, बल्कि बंधक भी बना लिया। आरोपी मामा-भांजे को गिरफ्तार कर लिया गया है। अजनी थानांतर्गत घटित इस प्रकरण से कुछ समय के लिए हड़कंप मचा रहा। काटोल रोड स्थित शिवकृपावंदन अपार्टमेंट निवासी शिवपाल रामफलसिह शोकल (24) सेमिनरी हिल्स स्थित सीजीओ काम्प्लेक्स, क्षेत्रीय कार्यालय में कनिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी हैं। भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत विभाग द्वारा लोगों के घरों में जाकर सामाजिक और आर्थिक सर्वेक्षण किया जा रहा है। शनिवार को शिवपाल सहयोगी प्रवीण पाल के साथ दक्षिण नागपुर के मानेवाड़ा रोड पर सर्वेक्षण कर रहे थे। लोगों से उनके परिवार और आर्थिक स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त कर संबंधित फार्म में दर्ज कर रहे थे
अभद्र बर्ताव, गाली-गलौज
इस दौरान न्यू. ज्ञानेश्वर नगर निवासी पानठेला चालक अजय सुरेश प्रसाद करमकर (36) और उसके भांजे राहुल सुभाष प्रसाद न्यू. कैलाश नगर निवासी से भी उनके संबंध में जानकारी पूछी। यह जानकारी व्यक्ति की स्वेच्छा से प्राप्त की जा रही थी। कोई जोर-जबर्दस्ती नहीं थी। जानकारी लेने के पूर्व शिवपाल ने विभाग द्वारा जारी पहचान-पत्र भी अजय और राहुल को दिखाया था। इसके बावजूद राहुल और अजय को उनकी बातों पर यकीन नहीं हुआ। तब उन्हें समीप ही स्थित बालाजी नगर पुलिस चौकी से भी इसकी पुष्टि करने को कहा गया था। इसके बाद भी शिवपाल और उनके सहयोगियों से मामा-भांजे ने अभद्र बर्ताव किया। गाली-गलौज की।
5 से 7 हजार रुपए की फिरौती भी मांगी
विवाद बढ़ने पर उनकी खर्रा घोटने की पट्टी से पिटाई भी की। घर में रस्सी से बांधकर रखने का प्रयास किया। शिवपाल और प्रवीण को वहां से जाने ही नहीं दिया जा रहा था। उन्हें वहां से जाने देने के लिए मामा-भांजे ने 5 से 7 हजार रुपए की फिरौती भी मांगी। आखिरकार काफी मिन्नतों के बाद उन्हें छोड़ा गया। उसके बाद मामला थाने पहुंचा। दिनदहाड़े सरकारी अधिकारी को बंधक बनाकर रखने का प्रयास किए जाने से पुलिस महकमे में भी हड़कंप मचा रहा। पुलिस तत्काल हरकत में आई। आरोपी मामा-भांजे अजय और राहुल को गिरफ्तार कर थाने लाया गया। पूछताछ के दौरान राहुल और अजय ने पुलिस को बताया कि वे सांख्यिकी अधिकारी शिवपाल और उनके सहयोगी प्रवीण को ठग समझ बैठे थे। उल्लेखनीय है कि लोगों से उनकी व्यक्तिगत जानकारी प्राप्त कर बाद में उन्हें ठगे जाने की कई घटनाए हुई हैं। राहुल और अजय भी उन्हें ठग समझ बैठे थे। प्रकरण दर्ज किया गया है। जांच जारी है।