आवेदन लेकर दफ्तर के चक्कर काट रहे हितग्राही, नौ महीने में नहीं आया टारगेट

आवेदन लेकर दफ्तर के चक्कर काट रहे हितग्राही, नौ महीने में नहीं आया टारगेट

Bhaskar Hindi
Update: 2020-11-15 13:01 GMT
आवेदन लेकर दफ्तर के चक्कर काट रहे हितग्राही, नौ महीने में नहीं आया टारगेट

स्वरोजगार योजनाओं की जिले में बदतर स्थिति, अब वित्तीय वर्ष खत्म होने में बचे महज चार माह
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा ।
वित्तीय वर्ष खत्म होने में अब महज चार महीने का समय बचा हुआ है, लेकिन स्वरोजगार के लिए शासन के आदेश का इंतजार कर रहे हितग्राही जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के चक्कर काटते-काटते थक चुके हैं, लेकिन न तो स्वरोजगार योजनाओं के आए और न ही शासन अभी तक जिले में दिया जाने वाला टारगेट तय नहीं कर पाया है।
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना और मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत हर साल अप्रैल माह में जिला स्तर पर टारगेट तय कर दिया जाता था, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते मार्च में ही प्रदेश में लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई। जुलाई में जैसे-तैसे जिले में कामकाज शुरू हुआ, लेकिन सरकारी विभागों की स्थिति में कोई सुधार नहीं आ पाया। उम्मीद थी कि अनलॉक के साथ ही शासन युवाओं को स्वरोजगार के लिए दिए जाना वाले लोन के भी रास्ते खोल देगी, लेकिन अप्रैल से नवंबर आ गया शासन ने इस ओर आज तक ध्यान नहीं दिया। अब तो हितग्राही भी सरकारी कार्यालय के चक्कर काटते-काटते थक चुके हैंं।
उम्मीद... दिसंबर में आ सकता है टारगेट
नौ महीने से अधिकारियों को भी स्वरोजगार योजनाओं के लिए टारगेट का इंतजार है। अफसरों का मानना है कि दिसंबर में टारगेट शासन द्वारा दिया जा सकता है। बड़ी संख्या में हितग्राही योजनाओं की पूछताछ करने के लिए कार्यालय पहुंच रहे हैं। यदि दिसंबर में भी शासन ने टारगेट तय कर दिया तो मार्च तक हर हाल में सभी प्रक्रियाएं पूर्ण ली जाएंगी। मार्च के पहले ही बैंकों को प्रकरण पहुंचा दिए जाएंगे।
असर क्या...आत्मनिर्भरता की खुली कलई
कोरोना काल में एक तरफ सरकार आत्मनिर्भरता की बात कह रही है, लेकिन हकीकत ये है कि अभी तक शासन द्वारा स्वरोजगार योजनाओं के लिए शुरू की गई योजनाओं की पहले से भी बदतर हालत हो गई है। ऋण लेने के इच्छुक और पात्र हितग्राहियों को भी लोन नहीं मिल पा रहा है। जबकि कोरोना काल में जनप्रतिनिधि युवाओं को खुद का स्वरोजगार स्थापित करने की सीख अपने भाषणों में दे रहे हैं।
496 हितग्राहियों का आता है टारगेट
मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना और मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना में हर साल 496 हितग्राहियों को लोन देने का टारगेट दिया जाता है। जिसमें स्वरोजगार में 460 और युवा उद्यमी में 36 हितग्राहियों को लोन दिया जा सकता है, लेकिन इस बार इन दोनों ही योजनाओं का लक्ष्य तय नहीं किया गया। सिर्फ प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना का ही टारगेट जिला स्तर पर दिया गया है।
इनका कहना है...
॥स्वरोजगार योजनाओं का टारगेट अभी नहीं आया है, लेकिन उम्मीद है कि दिसंबर तक शासन स्तर से टारगेट दिया जा सकता है।
-राघवेंद्र शाह उईके,
सहायक प्रबंधक,जिला व्यापार एवं रोजगार केंद्र
 

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