मिशन 2018 : नाराज कार्यकर्ताओं को मनाने के साथ पार्टी को मजबूत करने में जुटी बीजेपी

मिशन 2018 : नाराज कार्यकर्ताओं को मनाने के साथ पार्टी को मजबूत करने में जुटी बीजेपी

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-04 02:47 GMT
मिशन 2018 : नाराज कार्यकर्ताओं को मनाने के साथ पार्टी को मजबूत करने में जुटी बीजेपी

डिजिटल डेस्क,भोपाल। मिशन 2018 को लेकर भाजपा तृतीय तथा चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों को अपने साथ जोड़ेगी। सरकार से नाराज चल रहे कर्मचारियों को साधने के लिए पार्टी के रणनीतिकार ब्लू प्रिंट बनाने में जुट गए हैं। बेलगाम ब्यूरोकेसी ने भी अपने अड़ियल रवैए से कर्मचारियों को काफी परेशान कर रखा है।

एंटी इनकमबैंसी से जूझ रही भाजपा सरकार को एक बार फिर से अपना जनाधार बढ़ाने की चिंता सताने लगी है। यही कारण है कि वह अपना जनाधार बढ़ाने के लिए प्रदेश के तृतीय वर्ग तथा चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों पर दांव खेलने की तैयारी कर रही है। पार्टी का मानना है कि यदि इस कार्य में उसे सफलता मिलती है तो निश्चित ही न केवल एंटी इनकमबैंसी को काउंटर किया जा सकेगा, बल्कि वोट बैंक में भी भारी बढ़ोत्तरी की जा सकेगी। हाल में भोपाल प्रवास पर आए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह भी प्रदेश इकाई को वोट बैंक बढ़ाने की नसीहत देकर गए हैं।

अचानक बढ़ी नाराजगी
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से नाराज प्रदेश का कर्मचारी वर्ग अब तक भाजपा के साथ ही रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की दी गई विभिन्न सौगातों के कारण इस वर्ग का झुकाव प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के साथ ही भाजपा के पक्ष में हो गया था, जिसका पार्टी को हर स्तर पर काफी सहयोग भी मिला। बावजूद इसके अचानक ही कर्मचारियों में भाजपा के प्रति नाराजगी बढ़ना प्रारंभ हो गई। भाजपा तथा सरकार के कराए गए विभिन्न सर्वे में भी यह नाराजगी निकल कर आई है। यही कारण है कि अपने तीसरे कार्यकाल में पार्टी को चौतरफा कर्मचारी आंदोलन का सामना करना पड़ रहा है। कर्मचारियों के सभी संघ अलग-अलग बैनर तले आंदोलन करने में जुटे हुए हैं। हैरत की बात तो यह है कि सरकार समर्थित राज्य कर्मचारी संघ तथा भारतीय मजदूर संघ से जुड़े कर्मचारी भी सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरते नजर आ रहे हैं। कर्मचारियों की नाराजगी ने प्रदेश में सत्ता और संगठन की धडकनें बढ़ा दी हैं।

ब्यूरोकेट्स ने भी बढ़ाई नाराजगी
अमित शाह की पंचायत एवं निकाय प्रतिनिधियों के साथ भोपाल में संपन्न बैठक में भी यही मामला उठा था। पंचायत एवं निकाय प्रतिनिधियों का आरोप था कि बेलगाम ब्यूरोकेट्स से प्रदेश का कर्मचारी वर्ग खासा परेशान है। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में पदस्थ छोटे कर्मचारी अफसरों के अड़ियल रवैए से इतने अधिक परेशान है कि वे हर रोज तालाबंदी कर सड़कों पर उतर रहे हैं तथा उनके गुस्से का परिणाम पार्टी को भुगतना पड़ेगा। कुछ प्रतिनिधियों का तो यहां तक कहना था कि सरकार भी ब्यूरोकेट्स का ही पक्ष लेती है जो कर्मचारियों की नाराजगी बढ़ा रही है। कर्मचारी वर्ग की यही नाराजगी कांग्रेस को मजबूती प्रदान कर रही है।
प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार सिंह चौहान का कहना है कि सरकार की जन हितेषी योजनाओं के कारण प्रदेश का कर्मचारी वर्ग सदैव ही सरकार के साथ रहा है। किन्हीं कारणों से यदि कुछ कर्मचारियों में नाराजगी होगी तो उसे भी दूर कर लिया जाएगा। रही बात ब्यूरोकेट्स के अड़ियलपन की तो सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई से पीछे नहीं हटेगी।

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