पीएम मोदी की रैली के लिए मालिकों ने बस देने से किया इन्कार, जानिए क्या है बड़ी वजह

पीएम मोदी की रैली के लिए मालिकों ने बस देने से किया इन्कार, जानिए क्या है बड़ी वजह

Bhaskar Hindi
Update: 2018-09-25 12:11 GMT
पीएम मोदी की रैली के लिए मालिकों ने बस देने से किया इन्कार, जानिए क्या है बड़ी वजह

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपना शंखनाद कर दिया है। बीजेपी ने मंगलवार को एक विशाल कार्यकर्ता महाकुंभ का आयोजन किया। इस महाकुंभ की अगुवाई खुद पीएम नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने की। इस आयोजन को सफल बनाने और राज्यभर से कार्यकर्ता लाने का जिम्मा प्रदेश इकाई को सौंपा गया था। मगर कुछ बस मालिकों ने पीएम मोदी की इस रैली के लिए ठेंगा दिखा दिया और अपनी बसें देने से साफ इनकार कर दिया।

बता दें कि बस मालिकों ने पुराना बकाया का भुगतान न होने के कारण अपनी बसें देने से इनकार कर दिया। बस मालिकों ने बताया कि पिछली बार भी बीजेपी की रैलियों के लिए उनकी बसों को लेकर गए थे, मगर उसके बकाया का भुगतान अब तक नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि पिछला बकाया करीब तीन करोड़ 17 लाख रुपये है। बस मालिकों ने पहले बकाया के भुगतान की मांग की है। 

वहीं जब इस मामले में राज्य के परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह से इस मामले में बात की गई, तो उन्होंने कहा कि बस मालिकों से हमारी बातचीत हुई है। उन्होंने मीडिया से कहा कि इस समस्या का समाधान कर दिया जाएगा। वहीं बस ऑपरेटरों के प्रतिनिधि ने बताया कि बीजेपी द्वारा पिछला बकाया लगभग तीन करोड़ 17 लाख रुपए का भुगतान अब तक नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि जब तक पिछले बकाया का भुगतान नहीं होगा, तब तक कोई बात नहीं बनेगी। बस ऑपरेटरों का कहना है कि इससे पहले भी भाजपा और सरकार के कार्यक्रम हुए, जिनमें बस संचालकों को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है।

ऐसी कोई गाली नहीं, जो कांग्रेस ने मुझे न दी हो : पीएम मोदी
इस महाकुंभ में पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने कार्यकर्ताओं को चुनाव जीतने के मंत्र दिए। साथ ही विधानसभा चुनाव जीतने के लिए मेरा बूथ सबसे मजबूत का नारा कार्यकर्ताओं को दिया। कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा ऐसी कोई गाली नहीं है, जिसका कांग्रेस ने मेरे लिए उपयोग ना किया हो। आइए विकास के मुद्दों पर बहस करें, विरोध और आलोचना भी करें तो विकास के लिए करें, लेकिन वह ताकत नहीं है। जितना कीचड़ उछालो उतना ही कमल खिलेगा। हर बूथ पर कमल खिलेगा, भारत में जितनी भी सरकार बनेगी कमल के फूल से ही बनेगी, और कीचड़ उछालों।

Similar News