नागपुर से दूर रिसोर्ट में 15 घंटे चली हलबा समाज की बैठक, भाजपा विधायक रहे मौजुद

नागपुर से दूर रिसोर्ट में 15 घंटे चली हलबा समाज की बैठक, भाजपा विधायक रहे मौजुद

Bhaskar Hindi
Update: 2018-10-28 18:53 GMT
नागपुर से दूर रिसोर्ट में 15 घंटे चली हलबा समाज की बैठक, भाजपा विधायक रहे मौजुद

डिजिटल डेस्क, नागपुर। 2014 में बड़े पैमाने पर भाजपा से जुड़ा हलबा समाज अपनी नाराजी को राजनीतिक ताकत के रूप में उभारने की कोशिश कर रहा है। शहर से दूर एक रिसाेर्ट में हलबा समाज के चुनिंदा लोगों की 15 घंटे बैठक चली। सरकार को खड़े बोल सुनाए गए। भाजपा विधायक विकास कुंभारे बैठक में शामिल हुए। बैठक को बेहद गुप्त रखा गया। हलबा समाज के पार्षदों को भी बैठक की भनक नहीं लगी। हलबा समाज पर भाजपा की विशेष नजर है। भाजपा किसी सूरत में इस समाज की नाराजी झेलने के मूड में नहीं है। शहर में दलित व मुस्लिमों के बाद सबसे ज्यादा वोट हलबा समाज के है। 

जिले के कलमेश्वर तहसील के तोंडाखैरी के एक रिसोर्ट में शनिवार को शुरू हुई हलबा समाज की बैठक रविवार को खत्म हुई। शनिवार को 9 घंटे व रविवार को 6 घंटे बैठक चली। बैठक में नागपुर के अलावा चंद्रपुर, मुंबई व अहमदाबाद के चुनिंदा 50 लोग शामिल हुए। नागपुर से वे 30 लोग शामिल हुए जो समाज के आंदोलन से कई सालों से जुड़े हुए है। बैठक में स्पष्ट कर दिया गया कि जो समाज को साथ देगा, समाज उसको साथ देगा। भाजपा को मानने वाले जो लोग बैठक में थे, वे एकदम सतर्क हो गए।

समाज के लोगों की नौकरियों पर मंडरा रहा खतरा, जाति प्रमाणपत्र, जाति जांच पड़ताल समिति व उस पर सरकार की भूमिका इसीपर बैठक का फोकस रहा। 4 साल से समाज की समस्याओं का निदान नहीं होने से सरकार से मोहभंग होने का मुद्दा भी प्रमुखता से उठा। सरकार ने समाज की परेशानी को गंभीरता से नहीं लिया तो ताकत दिखाने के लिए तैयार रहने का भी आह्वान हुआ। बैठक का आयोजन हलबा समाज मंच के बैनर तले हुआ, लेकिन इसके पीछे राष्ट्रीय पार्टी का दिमाग होने की खबर है। 

निवास व भोजन की व्यवस्था
बैठक में शामिल लोगों के रहने व भोजन की व्यवस्था इस रिसोर्ट में की गई थी। बैठक शहर से दूर क्यों ली गई। बैठक गुप्त क्यों रखी गई। समाज के पार्षदों को इससे दूर क्यों रखा गया। रिसोर्ट में बैठक लेने का दिमाग किसका था। वाहनों की व्यवस्था किसने की। ऐसे कई सवाल उठ रहे है। कुछ लोग सरकार की सकारात्मक भूमिका रखने की कोशिश कर रहे थे। 

समाज के नाते शामिल हुआ
विकास कुंभारे, विधायक भाजपा के मुताबिक रिसोर्ट में बैठक हुई। यह समाज की बैठक थी। समाज के नाते बैठक में शामिल हुआ। समाज में कुछ नाराजी है। जिसकारण भी नाराजी है, उसे दूर करने की कोशिश हो रही है। सरकार समाज के साथ है। यह राजनीतिक बैठक नहीं थी। भाजपा का बैठक से संबंध नहीं है। समाज की समस्या का हल निकलना चाहिए। 

एमपी व छत्तीसगड़ में भी पहुंच रही आंच
महाराष्ट्र से सटे मध्यप्रदेश व छत्तीसगड़ में भी हलबा समाज है। समाज का केंद्र स्थान नागपुर है। मध्यप्रदेश व छत्तीसगड़ में विधान सभा चुनाव है। समाज के समस्या की आंच इन दो प्रदेशों तक भी पहुंच गई है। मध्यप्रदेश व छत्तीसगड से भी लोगों को बुलाया गया था। 

अब निर्णय लेना पड़ेगा
बैठक में शामिल हलबा समाज के वरिष्ठ सदस्य दे. बा. नांदकर ने बताया कि समाज बेहद मुश्किल दौर से गुजर रहा है। सरकार से मोहभंग हो रहा है। अब निर्णय लेने की घड़ी आ गई है। सरकार ने तुरंत कदम उठाने चाहिए। समाज में भयंकर रोष है। नागपुर समेत राज्य भर में फैले समाज को एकजगह लाकर ताकत खड़ी करने की कोशिश हो रही है। नागपुर में हलबा समाज निर्णायक स्थिति में है।

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