अजित पवार का तंज- चुनाव के पहले भाजपा को याद आए राम

अजित पवार का तंज- चुनाव के पहले भाजपा को याद आए राम

Tejinder Singh
Update: 2018-11-04 09:51 GMT
अजित पवार का तंज- चुनाव के पहले भाजपा को याद आए राम

डिजिटल डेस्क, पुणे। पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि चुनाव नजदीक आने पर चुनावी जुमले शुरू होते हैं, सात ही राम मंदिर का मुद्दा उठाया जाता है। समाज में ध्रुवीकरण किया जाता है। राम की याद चुनाव के समय ही आती है। पिंपरी चिंचवड़ में पवार ने कहा कि अब जैसे ही चुनाव नजदीक आए हैं, भाजपा राम मंदिर का मुद्दा उठा रही है। चुनाव आने के बाद ही भाजपा, शिवसेना को राम की याद आती है।

उन्होंने सवाल उठाते कहा कि सूक्ष्म तथा लघु उद्योग को 59 मिनटों में एक करोड़ कर्ज देने की घोषणा की गई, लेकिन इतना कर्ज कैसे देंगे, बड़ी बात है, ऐसा मुमकिन नहीं। फिर सत्ता में आने के बाद कहा जाएगा कि यह घोषणा महज चुनावी जुमला थी। राज्य सरकार ने सूखा घोषित किया। लेकिन उसका कुछ भी अपाय नहीं है। भाजपा सरकार की कथनी करनी में फर्क है। सरकार केवल धोखा कर रही है। सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा निर्माण करने के पीछे भी राजनीति है। 

प्रलोभन के लिए मंत्रिमंडल विस्तार
पवार ने कहा कि जो सत्ता के लिए लालची है, उन्हें लालच देने के लिए ही मंत्रिमंडल विस्तार है। पिंपरी के नेताओं को मंत्रिपद, महामंडल देने का लालच दिखाया गया था। लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। सरकार धोखा कर रही है। 

कांग्रेस-राकांपा का गठबंधन निश्चित
पवार ने कहा कि भाजपा-शिवसेना में युती हो अगर न हो, लेकिन कांग्रेस-राकांपा का गठबंधन निश्चित रूप से होगा। पिछली बार गठबंधन न होने की कीमत सभी को चुकानी पड़ी है। कल इस मामले में हुई बैठक पर 48 सीटों में तीन चौथाई पर गठबंधन का एकमत हुआ है। गठबंधन में समविचारी पार्टियों को एकत्रित लिया जाएगा। जिन सीटों पर सहमती बनी है, उनमें कुछ सीटें सहियोगी पार्टियों को दी जाएगी। 
 

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