उत्तर प्रदेश में सियासी हलचल: जेपी नड्डा के बाद राज्यपाल आनंदीबेन से मिले यूपी BJP प्रभारी राधा मोहन, सौंपा बंद लिफाफा

उत्तर प्रदेश में सियासी हलचल: जेपी नड्डा के बाद राज्यपाल आनंदीबेन से मिले यूपी BJP प्रभारी राधा मोहन, सौंपा बंद लिफाफा

Bhaskar Hindi
Update: 2021-06-06 09:39 GMT
उत्तर प्रदेश में सियासी हलचल: जेपी नड्डा के बाद राज्यपाल आनंदीबेन से मिले यूपी BJP प्रभारी राधा मोहन, सौंपा बंद लिफाफा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में सियासी हलचल के बीच बीजेपी प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की और उन्हें एक बंद लिफाफा सौंपा। राज्यपाल को सौंपे गए लिफाफे में क्या है ? ये एक सवाल बना हुआ है। क्या उसमें मंत्रिमंडल में फेरबदल से जुड़ी कोई गोपनीय जानकारी है या कुछ और, इसको लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। 

राज्यपाल के साथ अपनी मुलाकात के बारे में बोलते हुए राधा मोहन सिंह सिंह ने संवाददाताओं से कहा, मैं उत्तर प्रदेश के राज्यपाल को लंबे समय से जानता हूं और उनसे मुलाकात कई समय से मुलाकात नहीं हुई। आखिरकार, आज मैं उनसे शिष्टाचार के रूप में मिला, खासकर जब से वह उस राज्य की राज्यपाल हैं, जिसका मैं प्रभारी हूं।

राज्यपाल के बाद राधा मोहन ने विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित से भी मुलाकात की। हालांकि उन्होंने इस भेंट को शिष्टाचार मुलाकात बताया है। राधा मोहन ने सबसे पहले भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी। बता दें कि उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिल रहा है। कयास है कि चुनाव से पहले पार्टी में बड़ा उलटफेर हो सकता है। 

राजभवन का दौरा करने से पहले राधामोहन ने राज्य के भाजपा प्रमुख स्वतंत्र देव और जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह से मुलाकात की, जिससे अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी की रणनीति पर एक बार फिर चर्चा शुरू हो गई। राधा मोहन और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी.एल. संतोष ने पिछले महीने राज्य के नेताओं से तीन दिन मुलाकात की थी, जिसके बाद दोनों नेताओं ने योगी आदित्यनाथ को सबसे मेहनती और कुशल मुख्यमंत्री बताते हुए उनका समर्थन किया था।

यह पूछे जाने पर कि क्या कैबिनेट फेरबदल पर चर्चा हुई। राधा मोहन ने कहा, कुछ उपजाऊ दिमाग हैं जो अपनी खेती करते रहते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री का समर्थन करते हुए कहा कि उनकी सरकार बहुत लोकप्रिय है। इस बीच, स्वतंत्र देव ने कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार में सात रिक्त पदों को उचित समय पर भरा जाएगा। 403 सदस्यीय उत्तर प्रदेश विधानसभा में प्रमुख दलों में भाजपा के 309, सपा-49, बसपा-18 और कांग्रेस-7 के विधायक हैं। बता दें उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में होने हैं।

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