जिला परिषद उप चुनाव में भाजपा का नियोजन बिगड़ा,बिना पार्टी चिह्न के चुनाव लड़ने की स्थिति

जिला परिषद उप चुनाव में भाजपा का नियोजन बिगड़ा,बिना पार्टी चिह्न के चुनाव लड़ने की स्थिति

Anita Peddulwar
Update: 2021-07-09 10:12 GMT
जिला परिषद उप चुनाव में भाजपा का नियोजन बिगड़ा,बिना पार्टी चिह्न के चुनाव लड़ने की स्थिति

डिजिटल डेस्क, नागपुर। चुनाव नियोजन के मामले में भाजपा के अनुशासन का उदाहरण दिया जाता है। पार्टी की ओर से दावा भी किया जाता है कि, केंद्र से लेकर बूथ स्तर पर चुनाव प्रबंधन की उसकी माइक्रो प्लानिंग रहती है। सहमति से निर्णय लिए जाते हैं, लेकिन जिला परिषद के उपचुनाव में भाजपा का नियोजन चूक गया है। स्थिति यह है कि, पूर्व पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के प्रभाव क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार को पार्टी के चिह्न के बिना ही चुनाव लड़ना पड़ रहा है। बावनकुले के करीबी माने जाने वाले अनिल निधान के बारे में पहले कहा जा रहा था कि, वे बगावत करने लगे हैं। अब उनके समर्थन में पार्टी के नेता सामने आए हैं। पार्टी की ओर से कहा गया है कि, निधान ही भाजपा का उम्मीदवार है। वहीं पार्टी चिह्न नहीं मिलने के विषय पर स्वयं निधान ने कहा है कि, गाड़ी खराब होने के कारण वे समय पर एबी फार्म जमा नहीं करा सके। गुरुवार को कामठी के विधायक टेकचंद सावरकर की उपस्थिति में पत्रकार वार्ता में निधान ने सफाई दी।

क्या है मामला
कामठी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत गुमथला-महालगांव सर्कल में भाजपा उम्मीदवार को लेकर असमंजस की स्थिति बनी थी। भाजपा उम्मीदवार के तौर पर दो से अधिक कार्यकर्ता दावा कर रहे थे। अनिल निधान, योगेश डाफ व कैलाश महल्ले ने नामांकन भरा है। आरंभ में चर्चा थी कि, योगश डाफ का फार्म भरवाने से अनिल निधान ने पार्टी से बगावत कर दी है। यह भी कहा गया कि, पूर्व पालकमंत्री बावनकुले की इस चुनाव में संगठन स्तर पर कोई बात नहीं सुनी जा रही है। निधान, जिप में नेता प्रतिपक्ष भी रहे हैं। इस पूरे मामले पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा है कि, पार्टी से किसी भी तरह की बगावत नहीं की है। पहले उन्हें ही पार्टी की ओर से चुनाव लड़ने को कहा गया था, लेकिन पारिवारिक कारणों से वे चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं थे। बावनकुले व भाजपा के जिला अध्यक्ष अरविंद गजभिये को उन्होंने अपनी चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा से अवगत कराया था। योगेश डाफ का फार्म भरवाया था, लेकिन बाद में पार्टी की ओर से उन्हें ही चुनाव लड़ने को कहा गया है। संगठन का सम्मान करते हुए फार्म भरने की तैयारी की। निधान ने कहा है कि, गाड़ी खराब होने के कारण वे समय पर एबी फार्म जमा नहीं करा पाए। 

भले ही चिह्न नहीं, पर प्रत्याशी पार्टी का ही है : विधायक सावरकर ने कहा है कि, भले ही चिह्न नहीं है, लेकिन भाजपा उम्मीदवार निधान ही है। पत्रकार वार्ता में  किशोर बेले, योगेश डाफ, किरण राऊत, कैलास महल्ले उपस्थित थे। 

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