बेशकीमती सफेद हीरे का काला कारोबार ; चोरी से बेच डालते करोड़ों के हीरे

हीरा माफिया सरकोहा में खोद रहे जंगल की जमीन बेशकीमती सफेद हीरे का काला कारोबार ; चोरी से बेच डालते करोड़ों के हीरे

Bhaskar Hindi
Update: 2021-09-03 14:09 GMT
बेशकीमती सफेद हीरे का काला कारोबार ; चोरी से बेच डालते करोड़ों के हीरे

डिजिटल डेस्क पन्ना। पन्ना में हीरा का अवैध उत्खनन कोई नई चीज नहीं है जो कि बगैर सरकारी महकमे के मिलीभगत के बिना संभव ही नहीं है। पन्ना शहर से 15 किलोमीटर दूर सरकोहा में तो इस समय अंधेर गर्दी मची हुई है सभी जानकारियां होने के बावजूद धड़ल्ले से अवैध रूप से हीरा की खदान संचालित कराई जाती है। माफिया इतने बेखौफ  है कि अब तो उन्होंने जंगल की जमीन पर ही कब्जा कर दूसरों को 50 हजार प्रति खदान के हिसाब से बेचना शुरू कर दिया है। दबंगो द्वारा सरेआम जंगल की जमीन में खखरी बनाकर पहले कब्जा करते हैं फिर इसी जमीन पर हीरो की खदान संचालित कर रहे और जो  बेशकीमती हीरे मिलते हैं इसमें सरकारी कार्यालय में जमा करने के बजाए काले बाजार में बेच देते हैं जिससे राजस्व का भारी नुकसान होता है। 
खाखरी बनाकर किया कब्जा - रास्ता बंद
स्थानीय देवेंद्र यादव ने बताया कि सरकोहा गांव के ही लोगो द्वारा करीब 35 एकड़ जंगल और राजस्व की जमीन में कब्जा कर लिया है और रास्ता भी बंद कर दिया गया तथा अवैध हीरा खदान संचालित कराई जा रहे हैं, जबकि इस जमीन का संयुक्त सीमांकन हो चुका है उसके पास मात्र 5 एकड़ का कब्जा पट्टा है और 40 से अधिक एकड़ में कब्जा कर हीरा खदाने संचालित कराई जा रही है इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन, वन विभाग एवं अन्य लोगों से की गई पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। शिकायत के बाद भी कार्यवाही ना होना चिंता का विषय है।
6 लाख में दी किराए से खदान
सरकारी और जंगल की जमीन में पहले कब्जा कर यही जमीन अवैध उत्खनन के लिए किराए पर दे दी जाती है। हाल ही में बृजपुर के एक व्यापारी को 6 लाख में 25 बाई 25 के 6 प्लाट हीरा निकलने के लिए किराए से दिए हैं जिसमें काम संचालित कर दिया गया है।
खखरी के लिए पहाड़ से खोदे पत्थर 
खखरी यानी पत्थर की बाल बना कर जंगल की जमीन में कब्जा करने के लिए पास की पहाड़ी से पत्थर खोदे जा रही है जिससे कई पेड़ भी काट डाले गये। जंगल में सरेआम हो रहे खनन और पर्यावरण के नुकसान पर विश्रामगंज रेंज के कर्मचारी जानकारी होने के बावजूद इसे नजरअंदाज कर रहे हैं और मामले को छुपा रहे है। बेरहमी से किये जा रहे हीरे का अवैध उत्खनन गंभीर चिंता का विषय है और तब जब शिकायतों के बावजूद प्रशासन कार्यवाही नहीं करता, तो जिम्मेदार लोगों की नियत पर प्रश्न उठना लाजमी है। वन विभाग एक और किसानों को खेती करने पर उनके ट्रैक्टर जप्त कर लेता है और इस मामले में कार्यवाही न करना उनकी नियत पर खोट दर्शाता है। उम्मीद है अब बड़े जिम्मेदार अधिकारी ऐसे मामलों पर कार्यवाही कराएंगे।
इनका कहना है -
रेंजर विश्रमगंज और एसडीओ को मौके पर जांच कर कार्यवाही करने को कहा है, जरूरत पड़ेगी तो मैं स्वयं जाऊंगा। कुछ लोग इसे राजस्व जमीन बता रहे हैं और पत्थर हीरा खदानों से लगाये जाने की जानकारी है। मैं कलेक्टर को इस जमीन के संयुक्त सीमांकन का पत्र भी लिख रहा हूं।
गौरव शर्मा वनमंडल अधिकारी उत्तर वन मंडल पन्ना
 

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