जीवन के कष्टों से लड़कर मिलती है मजबूती, तभी होते हैं सफल- मनमोहन अग्रवाल

जीवन के कष्टों से लड़कर मिलती है मजबूती, तभी होते हैं सफल- मनमोहन अग्रवाल

Anita Peddulwar
Update: 2018-10-11 05:19 GMT
जीवन के कष्टों से लड़कर मिलती है मजबूती, तभी होते हैं सफल- मनमोहन अग्रवाल

डिजिटल डेस्क, अकोला। हमारे जीवन में कई तरह के कष्ट आते हैं, परेशानी आती है लेकिन उन कष्टों से लड़ने से हम मजबूत होते हैं। तभी जीवन में सफल होते हैं। महाराजा अग्रसेन ने कहा था पहले तो मन बचाइए, फिर तन बचाइए और धन बचाइए। जब तीनों साथ हैं तो जमाने में हम कुछ भी कर सकते हैं। अग्रवाल समाज आज इन्हीं विचारों पर चलकर देश में बड़ा बना है। इन शब्दों में दैनिक भास्कर के प्रधान संपादक मनमोहन अग्रवाल ने महाराजा अग्रसेन की कार्य प्रणाली को अग्रजनों के समक्ष रखा। वे अग्रसेन जयंती के उपलक्ष्य में अकोला के प्रमिलाताई ओक सभागृह में आयोजित कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में मार्गदर्शन करते हुए बोल रहे थे।


समाजोत्थान उपक्रम में हर किसी का योगदान  
विनय अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि अग्रवाल समाज की ओर से जो विभिन्न समाजोपयोगी उपक्रम चलाए जा रहे हैं वे स्वागतयोग्य हैं। महाराज अग्रसेन ने तीन तत्व बताए। पहला- किसी भी पशु-पक्षी से दुर्व्यवहार न हो। इस तत्व के कारण अग्रवाल समाज शाकाहारी बना। दूसरा- समाजवाद से आगे बढ़ो, एक रुपया तथा एक ईंट देकर। तब यह कहा गया था कि ईंट से घर बनाइए तथा रुपए से व्यवसाय को आगे बढ़ाइए। तीसरा- उन्होंने 18 बेटों को 18 जिलों का स्वतंत्र प्रभार दिया। ताकि हर बेटा अपने क्षेत्र का समुचित विकास कर सके। इसी तत्व पर चलते हुए समाज के हर तबके को देश के विकास में योगदान देना है।  

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