मध्यान्ह भोजन में लापरवाही, आलू-बरबटी की सब्जी में मिले कीड़े, प्रधानाध्यक ने बनाया पंचनामा
मध्यान्ह भोजन में लापरवाही, आलू-बरबटी की सब्जी में मिले कीड़े, प्रधानाध्यक ने बनाया पंचनामा
डिजिटल डेस्क, स्लीमनाबाद/कटनी। शासकीय स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने एवं उन्हे पौष्टिक आहार देने के लिए चलाई जा रही मध्यान्ह भोजन योजना वर्षों बाद भी पटरी पर नहीं आ पा रही है। संचालन एवं मॉनीटरिंग में लापरवाही के चलते बच्चों को गुणवत्तापूर्ण भोजन नहीं मिल रहा है। इसे लापरवाही की पराकाष्टा ही कहा जाएगा कि बच्चों को जो सब्जी परोसी गई उसमें कीड़े निकले। शिक्षकों की सजगता के चलते बच्चे यह सब्जी नहीं खा पाए। मामला बहोरीबंद विकासखंड की शासकीय प्राथमिक शाला इंदिरानगर संसारपुर का है। स्कूल के प्रधानाध्यापक ने शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों की उपस्थिति में पंचनामा तैयार कर कार्यवाही के लिए उच्च अधिकारियों को भेजा है। यहां पर राजश्री स्व सहायता समूह द्वारा एमडीएम का संचालन किया जाता है।
पाउडर में बिलबिला रहे थे कीड़े
जानकारी के अनुसार बुधवार को एमडीएम में आलू-बरबटी की सब्जी बनाई गई थी। जैसे ही बच्चों को भोजन परोसा, शिक्षकों ने रोज की तरह खाने की गुणवत्ता परखी तो सब्जी में कीड़े मिले। तब तक 92 में से 30-35 बच्चों को खाना परोसा जा चुका था। बताया गया है कि सामग्री की जांच करने पर पता चला कि सब्जी में डाले गए धनिया पाउडर में कीड़े बिलबिला रहे थे। अन्य बच्चों की थालियों को भी चेक किया तो उसमें भी कीड़े देखे गए। तब बच्चों को खाना खाने से मना किया। बुधवार को बच्चेे भूखे ही रह गए।
प्रधानाध्यापक ने बनाया पंचनामा
विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष एवं सदस्य की उपस्थिति में पंचनामा तैयार किय और वरिष्ठ अधिकारियों को अग्रिम कार्यवाही के लिए भेजा। इस दौरान समूह की सचिव के पति भी उपस्थित थे। शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष बृजलाल यादव के अनुसार बच्चों के मध्यान्ह भोजन में लापरवाही बरतने की कई बार शिकायतें की गईं। कार्यवाही नहीं होने पर मनमानी बढ़ती गई। अगर पहली की शिकायतों पर कार्यवाही होती तो इतनी बड़ी लापरवाही नहीं होती।
इनका कहना है
शासकीय प्राथमिक शाला इंदिरा नगर संसारपुर में एमडीएम की सब्जी में कीड़े मिलने का पंचनामा बनाकर प्रधानाध्यापक एवं एसएमसी अध्यक्ष ने भेजा है। संबंधित स्व सहायता समूह पर कार्यवाही का प्रतिवेदन डीपीसी कार्यालय भेजा गया है।
शैलेष मिश्रा, बीआरसी बहोरीबंद