मिड डे मील : कीड़े वाली दाल और इल्ली वाला चावल, बच्चों ने किया खाने से इनकार

मिड डे मील : कीड़े वाली दाल और इल्ली वाला चावल, बच्चों ने किया खाने से इनकार

Bhaskar Hindi
Update: 2018-09-11 09:00 GMT
मिड डे मील : कीड़े वाली दाल और इल्ली वाला चावल, बच्चों ने किया खाने से इनकार

डिजिटल डेस्क, सिंगरौली(वैढऩ) । मध्यान्ह भोजन में मासूम बच्चों के स्वस्थ्य से खिलवाड़ की असलियत एक बार फिर सामने आ गई है। वैढऩ के जनपद पंचायत सखौंहा की प्राथमिक पाठशाला में मिड-डे-मील की दाल में कीड़े और चावल में इल्ली मौजूद होने से बच्चों ने खुद भोजन करने से इनकार कर दिया है। बताया जाता है कि महिला स्वसहायता समूह द्वारा स्कूल के छात्र-छात्राओं के लिए मिड-डे-मील तैयार किया था। मिड-डे-मील जैसे ही बच्चों की थाली में परोसा गया, उसमें कीड़े उतराने लगे। मध्यान्ह भोजन में कीड़े निकलने से मासूम बच्चे दहशत में आ गये और इसकी सूचना प्रधानाध्यापक को दी। मौके पर पहुंचकर प्रधानाध्यापक ने मिड-डे-मील को बाहर फिंकवाया।

124 बच्चों के लिये तैयार किया गया भोजन
महिला स्व सहायता समूह के द्वारा विद्यालय के 124 छात्र-छात्राओं के लिए मध्यान्ह भोजन तैयार किया गया था। जानकारों का कहना है कि समूह के द्वारा मेन्यू को दरकिनार कर मासूमों को घटिया भोजन परोसा गया था। गनीमत यह रही कि मिड-डे-मील पांचवीं के विद्यार्थियों को परोसा गया और उन्होंने दाल में कीड़े देखकर खाने से मना कर दिया। मध्यान्ह भोजन में कीड़े निकलने की जानकारी सामने आने के बाद समूह की भोजन पकाने वाली महिलाओं ने पहले तो दाल में जीरा होने की बात कहकर गुमराह किया। लेकिन स्कूल के मध्यान्ह भोजन प्रभारी शिक्षक द्वारा कीड़े होने की पुष्टि करने के बाद आनन-फानन में वितरण में रोक लगा दी गई।

सीईओ ने लिया संज्ञान, समूह को थमाया नोटिस
मध्यान्ह भोजन में कीड़े और पाई युक्त भोजन मासूम बच्चों को परोसे जाने की फुटेज और वीडियो के वायरल होने पर जिला पंचायत के सीईओ प्रियंक मिश्रा ने संज्ञान लेते हुए एमडीएम प्रभारी को कार्रवाई करने के निर्देश जारी किये हंै। सीईओ के निर्देश पर एमडीएम प्रभारी प्रभात तिवारी ने सखौंहा के महिला स्व सहायता समूह को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब किया है। एमडीएम प्रभारी ने बताया कि समूह का जवाब मिलने के बाद कार्रवाई सीईओ को प्रस्तावित की जायेगी।

जवाबदारों की लापरवाही से दांव पर मासूम
मध्यान्ह भोजन की मॉनीटरिंग के लिये जिला स्तर पर कमेटी का गठन किया है। इसमें समस्त जनपद सीईओ, बीआरसी, स्कूल प्रबंधन और एमडीएम प्रभारी को शामिल किया गया है। हैरत की बात तो यह घटिया मध्यान्ह भोजन परोसे जाने के कई बार मामले प्रकाश में आने के बाद व्यवस्था में सुधार नहीं हो पा रहा है। इसके चलते जवाबदारों की लापरवाही से मासूम बच्चों की जिंदगी दांव पर लगी हुई है। सूत्रों का कहना है कि बीआरसी अशोक शुक्ला, एमडीएम प्रभारी और स्कूल प्रबंधन की समूहों से मिलीभगत के चलते मिड-डे-मील में मेन्यू का पालन नहीं हो रहा है।

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