प्याज खरीदी की हो CBI जांच, कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा की सरकार से मांग

प्याज खरीदी की हो CBI जांच, कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा की सरकार से मांग

Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-04 03:49 GMT
प्याज खरीदी की हो CBI जांच, कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा की सरकार से मांग

डिजिटल डेस्क,भोपाल। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने प्याज खरीदी मामले की CBI जांच की मांग की है। उनका कहना है कि किसानों से समर्थन मूल्य पर 8 रुपए प्रति किलो पर खरीदी गई। सरकार ने किसानों के साथ करीब 750 करोड़ रुपयों का भ्रष्टाचार किया है। मिश्रा ने कहा कि यह साफ होना चाहिए कि मप्र में इस साल प्याज का उत्पादन कितना हुआ, उत्पादन से 20 गुना अधिक की खरीदी कैसे हुई, उत्पादन की बढ़ी हुई मात्रा कहां से आई।

मिश्रा ने कहा कि खरीदी गई प्याज के खरीददार बिचौलियों को तत्काल भुगतान कैसे कर दिया गया, वास्तविक किसानों के 80 करोड़ रुपयों के भुगतान को क्यों रोका गया। नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी 17,480 क्विंटल प्याज मार्कफेड पर बकाया बता रहे हैं और मार्कफेड के अधिकारी कह रहे हैं कि हमने सारी प्याज आपूर्ति निगम के अधिकारियों के सुपुर्द कर दी थी। तो प्याज कहां गायब हो गया। मिश्रा ने यह भी कहा कि किसानों से समर्थन मूल्य पर प्याज खरीदी के लिए सरकार ने 770 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा था, जो अन्य खर्च मिलाकर लगभग 11 सौ करोड़ रुपयों की बर्बादी कर चुका है।

उधर मप्र कांग्रेस सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रातांध्यक्ष पूर्व मंत्री भगवान सिंह यादव ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से प्रदेश में किसानों के साथ हो रहे अन्याय पर तुरंत रोक लगाकर उनकी फसल का उचित मूल्य दिलाने तथा किसानों की योजनाओं का समुचित लाभ दिलाकर सहकारी साख आंदालन को बचाने की मांग की है।

यादव ने बताया कि प्रदेश में 1 करोड़ 10 लाख किसान परिवार में से 75 लाख किसान ही सहकारी समिति तथा बैंकों के सदस्य हैं। इनमें से 56 लाख किसानों को ही किसान क्रेडिट कार्ड दिए गए हैं। इसमें से भी 20 लाख किसानों को ही सहकारी बैंकों से कर्ज दिया जा रहा है। इस तरह शासन की योजनाओं का वास्तविक लाभ केवल प्रदेश के 20 लाख किसानों को ही मिल रहा है जो कि कुल किसानों का 1/5 भाग से भी कम है। शेष 90 लाख किसान योजनाओं का लाभ पाने से वंचित है। 

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