CBSE 12th बोर्ड के रिजल्ट घोषित , नागपुर में चमके दिव्या, केतकी और अरुणव 

CBSE 12th बोर्ड के रिजल्ट घोषित , नागपुर में चमके दिव्या, केतकी और अरुणव 

Anita Peddulwar
Update: 2020-07-14 08:20 GMT
CBSE 12th बोर्ड के रिजल्ट घोषित , नागपुर में चमके दिव्या, केतकी और अरुणव 

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सीबीएसई 12वीं बोर्ड के रिजल्ट में नागपुर शहर के वर्धमान नगर स्थित सेंटर प्वॉइंट स्कूल की काॅमर्स स्ट्रीम की छात्रा दिव्या सुबीर सूचक ने 99.2% अंक हासिल किए। वहीं भवन्स विद्या मंदिर श्रीकृष्ण नगर शाखा से ह्यूमैनिटीज स्ट्रीम की छात्रा केतकी मोघे ने 98.6% और सेंटर प्वॉइंट स्कूल की काटोल रोड शाखा में साइंस स्ट्रीम से अरुणव भौमिक ने 98% अंक हासिल किए। इस वर्ष परीक्षा में नागपुर से करीब 1500 विद्यार्थी शामिल हुए थे।           

डिजिटल होगी मार्कशीट, नहीं लिखा होगा फेल
इस साल परीक्षार्थियों को डिजिलॉकर के जरिए डिजिटल मार्कशीट दी जाएगी। इसे digilocker.gov.in से डाउनलोड करना होगा। बोर्ड की तरफ से छात्रों को जरूरी जानकारी एसएमएस के जरिए दी गई है। इसका इस्तेमाल कर वे मार्कशीट डाउनलोड कर सकते हैं। परीक्षा पास न कर पाने वाले छात्रों की मार्कशीट पर फेल नहीं लिखा जाएगा। इसकी जगह एसेंशियल रिपीट लिखा होगा। फेल शब्द न तो कैंडिडेट के डॉक्यूमेंट में लिखा होगा और न ही बोर्ड द्वारा होस्ट किए गए वेबसाइट पर होगा।

परिस्थितियां कठिन थीं
कोरोना संक्रमण के कारण इस वर्ष परिस्थितियां कठिन थीं। मैंने खुद पर निगेटिविटी हावी नहीं होने दी। इस वर्ष पढ़ाई का यही पैटर्न था कि जो स्कूल में पढ़ाया जा रहा है, उस पर सबसे ज्यादा ध्यान देना है। शिक्षकों ने बहुत अच्छा पढ़ाया। इसके अलावा, टेस्ट सीरीज और प्रीलिम्स ने भी बहुत मदद की। आगे अर्थशास्त्र में कैरियर बनाना है। इसलिए करंट अफेयर्स पर ध्यान देती रहती हूं। सफलता का श्रेय अपने पिता सुबीर सूचक और माता पूर्वी सूचक समेत परिवार, शिक्षकों और दोस्तों को देती हूं। -दिव्या सूचक

संयुक्त राष्ट्र का काम पसंद है
यह रिजल्ट अपेक्षित था। मेरी सफलता का कोई सीक्रेट नहीं है। यह नियमित पढ़ाई का फल है। मुझे अंतरराष्ट्रीय संबंधों  में विशेष रुचि है। इसमें भी संयुक्त राष्ट्र का काम बहुत पसंद है। इसी के चलते आगे दिल्ली विश्वविद्यालय से पॉलिटिकल साइंस की पढ़ाई करने की इच्छा है। तैराकी भी पसंद है। कई विभागीय और राष्ट्रीय स्पर्धाओं में मेडल मिले हैं। सफलता का श्रेय मेरे परिवार, शिक्षकों और मित्रों को जाता है। परिश्रम ही सफलता की कुंजी है। -केतकी मोघे

मैथ्स में है विशेष रुचि
बोर्ड के साथ-साथ जेईई मेन्स की भी पढ़ाई जारी थी। बोर्ड में इतनी बड़ी सफलता मिलेगी, यह नहीं सोचा था। मैथ्स में विशेष रुचि है। आगे इंडियन स्टैटेस्टिकल इंस्टीट्यूट में एडमिशन लेने का लक्ष्य रखा है। यदि यहां सफलता नहीं मिली तो आईआईटी में कंप्यूटर साइंस में एडमिशन के लिए प्रयास करूंगा। पिता राजेश भौमिक टाइल्स के व्यवसायी हैं। माता सारिका भौमिक शिक्षिका हैं। दोनों ने पढ़ाई मंे भरपूर सहयोग किया। सफलता का श्रेय उन्हें और शिक्षकों को जाता है। -अरुणव भौमिक

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