सीसीसी : आरोग्य विभाग के कर्मचारी करेंगे मैनपॉवर की कमी पूरी
सीसीसी : आरोग्य विभाग के कर्मचारी करेंगे मैनपॉवर की कमी पूरी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिले में तीसरी लहर के लिए जमकर तैयारियां शुरू हैं। इसको लेकर ग्रामीण में भी स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करने का प्रयास जिला परिषद कर रही है। तहसील स्तर पर 100 बेड के सीसीसी बनाने की योजना भी लगभग पूरी हो गई है। लेकिन इन्हें संचालित करने के लिए आवश्यक स्वास्थ्यकर्मी और मैनपॉवर की आपूर्ति नहीं हुई। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने नया प्रावधान किया है। यदि सीसीसी को जल्द शुरू करने की आवश्यकता होती है और ठेके पद्धति पर स्वास्थ्य कर्मी नहीं मिलते या पद ग्रहण में किसी प्रकार की देरी होती है तो ग्रामीण अस्पताल और पीएचसी केंद्र के स्वास्थ्यकर्मी अस्थायी रूप से सीसीसी संभालेंगे।
योजना अंतिम चरण में
तीसरी लहर को देखते हुए तहसील स्तर पर पहले से बने हुए कोविड केयर सेंटर को अपडेट कर 100 बेड की व्यवस्था की जा रही है। इसमें 5 से 15 बेड बच्चों के लिए आरक्षित होंगे। यह योजना अंतिम चरण में है। इनमें से प्रत्येक सीसीसी में 25 से 30 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था होगी। इसके लिए इलेक्ट्रिक फिटिंग का कार्य किया जा रहा है। यदि मरीजों की संख्या बढ़ती है और सीसीसी को शुरू करने की जरूरत पड़ती है। ऐसी स्थिति में यदि ठेके पद्धति पर स्वास्थ्य कर्मी की नियुक्ति में देरी होती है या फिर पद ग्रहण में समय लगता है तो ऐसे में ग्रामीण अस्पताल और पीएचसी केंद्र के स्वास्थ्य कर्मियों को नियुक्त करने की तैयारी हो चुकी है। शुरुआती दौर में मरीजों की संख्या बढ़ने पर सीसीसी के लिए ग्रामीण अस्पताल में से एक एमबीबीएस डॉक्टर, आरबीएसके में से दो डॉक्टर, आरएच और पीएचसी से परिचारिकाएं और अधिपरिचारिकाओं सहित, फार्मेट्यूकल्स, लैब टेक्नीशियन आदि की नियुक्ति की जाएगी।स्वास्थ्य विभाग के कर्मी रहेंगे उपलब्ध सीसीसी के लिए स्वास्थ्य विभाग की योजना लगभग पूरी हो चुकी है। यदि मरीजों की संख्या बढ़ती है और सीसीसी शुरू की जरूरत पड़ती है तो ठेका पद्धति से स्वास्थ्यकर्मी के नियुक्त होने तक स्वास्थ्य विभाग का मैनपॉवर उपलब्ध रहेगा। ऐसे में ठेके पद्धति पर आने वाले स्वास्थ्यकर्मियों पर निर्भर नहीं होंगे। - डॉ. दीपक सेलोकर, जिला स्वास्थ्य अधिकारी