विधानपरिषद की नागपुर स्नातक निर्वाचन सीट के चुनाव में आरोप-प्रत्यारोप

विधानपरिषद की नागपुर स्नातक निर्वाचन सीट के चुनाव में आरोप-प्रत्यारोप

Anita Peddulwar
Update: 2020-11-19 08:59 GMT
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डिजिटल डेस्क, नागपुर। विधानपरिषद की नागपुर स्नातक निर्वाचन सीट के चुनाव में आरोपों की राजनीति शुरू हो गई है। पूर्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के बयान पर कांग्रेस व राकांपा के नेताओं ने पलटवार किया है। बावनकुले पर सवाल दागा है कि वह यह बताएं कि विधानसभा चुनाव में मंत्री रहते हुए भाजपा ने उन्हें चुनाव क्यों नहीं लड़ने दिया। 

पार्टी ने टिकट क्यों काटा। राज्य के मदद व पुनर्वसन मंत्री विजय वडेट्टीवार ने तो सीधे तौर पर कहा है कि काले धंधे के कारण ही बावनकुले का टिकट कटा था। बावनकुले ने एक बयान में राज्य सरकार पर अवैध व्यवसाय को संरक्षण देने के आराेप लगाए। उन्होंने कहा कि रेत चोरी, तस्करी से लेकर विविध अवैध व्यवसाय को महाविकास आघाड़ी सरकार के मंत्रियों का संरक्षण मिल रहा है। अवैध व्यवसाय के लिए मंत्रियों ने जिले बांट लिए हैं। गृहमंत्री अनिल देशमुख व पुनर्वसन मंत्री वडेट्टीवर को लेकर उन्होंने कहा था कि ये मंत्री विदर्भ से हैं, लेकिन विदर्भ में भी अवैध व्यवसाय पर नियंत्रण नहीं है। तहसीलदार, उपविभागीय अधिकारी को अवैध व्यवसाय करनेवालों पर कार्रवाई नहीं करने के अलिखित आदेश दिए गए हैं। बावनकुले ने यह भी कहा है कि मुगल व अंगरेज के समय में भी प्रशासन इतना निरंकुश नहीं था, जो अब है।

भ्रष्टाचार के मामले में बोलने का नैतिक अधिकार ही नहीं 
मंत्री वडेट्टीवार ने कहा है कि बावनकुले को भ्रष्टाचार के मामले में बोलने का नैतिक अधिकार ही नहीं है।भ्रष्टाचार के कारण ही उन्हें भाजपा ने चुनाव नहीं लड़ने दिया। बावनकुले के सहयोगियों व कंपनी व्यवसाय की जानकारी भी सामने आ रही है। मंत्री रहते हुए उनका किसे और क्यों संरक्षण था यह उनकी पार्टी के लोग ही बताते रहते हैं। 
 

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