हनुमान जयंती पर खेरवाधाम पहुंचे छत्तीसगढ़ के सीएम! -भंडारा मेंं भाग लिया

 हनुमान जयंती पर खेरवाधाम पहुंचे छत्तीसगढ़ के सीएम! -भंडारा मेंं भाग लिया

Bhaskar Hindi
Update: 2019-04-20 08:44 GMT
 हनुमान जयंती पर खेरवाधाम पहुंचे छत्तीसगढ़ के सीएम! -भंडारा मेंं भाग लिया

डिजिटल डेस्क, सतना। लोकसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच शुक्रवार को हनुमान जयंती के मौके पर खेरवा धाम पहुंचे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजनैतिक गतिविधियों से दूर रहे। तकरीबन 45 मिनट के प्रवास के दौरान खेरवा स्थित सिद्ध हनुमान मंदिर में पूजा -अर्चना और भंडारे के दौरान भी मुख्यमंत्री पूरे समय कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से भी बराबर दूरी बनाए रखी। इसी दौरान लोकसभा चुनाव से जुड़े सवालों के जवाब में बघेल ने कहा कि प्लीज,नो पालिटिक्स।

मजार में फूलों की चादर 
दैनिक भास्कर के सवालों के जवाब में छग के सीएम ने कहा कि आज अगर वो छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री हैं तो ये खेरवा के हनुमान जी का कृपा प्रसाद है। उन्होंने बताया कि चुनाव पूर्व उनके सिंहपुर निवासी एक शुभ चिंतक केके श्रीवास्तव ने इसी प्राचीन मंदिर में नारियल भेंट कर उनके लिए आशीर्वाद मांगा था। शुभचिंतकों को ये भी संकल्प था कि अगर वो सीएम बने तो दर्शन के लिए जरुर आएंगे। इसी क्रम में हनुमान जयंती के अवसर पर भंडारा भी आयोजित किया गया। प्रवास के दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सिंहपुर भी गए, वहां उन्होंने लालशाह की मजार पर फूलों की चादर भी चढ़ाई।  

क्या है जनविश्वास
ऐसा जनविश्वास है कि तकरीबन 200 साल पहले खेरवा में हनुमान जी की प्रस्तर मूर्ति स्वयं प्रकट हुई थी। मंदिर का इतिहास भी तकरीबन इतना ही पुराना माना जाता है।सच्चे मन से इस मंदिर में मांगी गई मन्नत हमेशा पूरी होती है। मंदिर के प्रधान पुजारी कृष्ण गोपाल ने बताया कि पहले केवल मूर्ति थी, कालांतर में भक्तों की अटूट श्रद्धा से भव्य मंदिर का निर्माण कराया गया।  

मंदिर में लगाई झाडू
पूजा अर्चना के बाद छग के मुख्यमंत्री ने गर्भगृह में झाडू लगाई। इसके बाद उन्होंने मानस स्थल पर जमीन में बिछे गद्दे में बैठकर भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। केके श्रीवास्तव के साथ-साथ समाजसेवी एसके श्रीवास्तव, अरुण श्रीवास्तव एवं गुरुवेन्द्र सिंह बघेल ने पूरे आयोजन को सम्पन्न कराया। 

2 घंटे विलंब से सतना पहुंचे
छग के सीएम भूपेश बघेल शुक्रवार को यहां तय समय से तरकीबन 2 घंटे विलंब से विमान से यहां पहुंचे। उन्हें यहां सुबह 11 बजे पहुंचना था। अचानक प्रशासनिक सरगर्मियां उस वक्त बढ़ गईं जब मुख्यमंत्री के आगमन कार्यक्रम में अचानक बदलाव हो गया और जानकारी दी गई कि वे आधे घंटे बिफोर यानि सुबह साढ़े 10 बजे यहां पहुंच रहे हैं। सीएम सड़क मार्ग से खेरवाधाम पहुंचे। उन्हें जेड प्लस सिक्योरिटी हासिल होने के कारण श्रद्धालुओं को तलाशी के बाद ही मंदिर के गर्भगृह में जाने दिया गया।  

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