छिंदवाड़ा पर फोकस, बड़े अफसरों की लगातार चहलकदमी
छिंदवाड़ा पर फोकस, बड़े अफसरों की लगातार चहलकदमी
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। कमलनाथ के मुख्यमंत्री बनते ही छिंदवाड़ा की साख और बढ़ गई है। छिंदवाड़ा तमाम विभाग प्रमुखों के फोकस में आ गया है। पहले कभी कभार ही भोपाल के अफसरों की नजर यहां पड़ पाती थी। कमलनाथ के शपथ लेने के बाद जिले में भोपाल के अफसरों की लगातार चहलकदमी बनी हुई है। अब तक एमपीआईडीसी के एमडी, जनजातीय विभाग की कमिश्नर, स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम, संभाग कमिश्नर जिले का दौरा कर जा चुके हैं। वहीं जो अब तक नहीं पहुंच पाए वे जिले के लिए विशेष कार्ययोजना बनाने में जुटे हुए हैं। मुख्यमंत्री के तौर पर कमलनाथ पहली बार 30 दिसंबर को छिंदवाड़ा आने वाले हैं। इससे पहले ही वरिष्ठ अधिकारियों की आवाजाही और बढऩे की उम्मीदें जताई जा रही है।
अब तक कब-किसका और क्यों हुआ आगमन
20 दिसंबर को एमपीआईडीसी के एमडी विवेक पोरवाल छिंदवाड़ा आए। उन्होंने औद्योगिक क्षेत्र लहगडुआ और बोरगांव का निरीक्षण किया। लहगडुआ में गारमेंट पार्क प्रस्तावित बताया जा रहा है। जिसकी घोषणा नई सरकार ने की है।
21 दिसंबर को जनजतीय कार्य विभाग की आयुक्त दीपाली रस्तोगी छिंदवाड़ा पहुंची। जुन्नारदेव और हर्रई ब्लाक में छात्रावासों समेत निर्माण कार्यों का जायजा लिया। जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के साथ बैठक की।
21 दिसंबर को कायाकल्प एवं नेशनल क्वालिटी एसोरेंस टीम ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। डिप्टी डायरेक्टर डा पंकज शुक्ला और डा उपेंद्र दुबे की मौजूदगी वाली टीम ने सुधार के लिए आवश्यक निर्देश दिए। टीम सौंसर, परासिया और तामिया के अस्पताल भी पहुंची।
21 दिसंबर को एसीएस राधेश्याम जुलानिया ने भोपाल में जिले के डब्ल्यूआरडी अधिकारियों की बैठक ली। जिले में सिंचाई का रकबा बढ़ाने मास्टर प्लान तैयार करने निर्देशित किया। कन्हान पर डेम और पेंच में एक और माइक्रो प्रोजेक्ट की डीपीआर बनने निर्देशित किया।
22 दिसंबर को संभाग कमिश्नर आशुतोष अवस्थी छिंदवाड़ा पहुंचे। उन्होंने मेडिकल कॉलेज की प्रोगे्रस जानने के साथ ही कृषि उपज मंडी का निरीक्षण किया। किसानों से चर्चा कर व्यवस्थाओं संबंधी जानकारी ली।