कोरोना से अनाथ हुए बच्चे , मदद करेगी टास्क फोर्स
कोरोना से अनाथ हुए बच्चे , मदद करेगी टास्क फोर्स
डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना के कारण माता-पिता को खो चुके बच्चों की देखभाल और सुरक्षा के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया गया है। यह जानकारी जिलाधिकारी रवीन्द्र ठाकरे ने दी। वे जिलाधिकारी कार्यालय में कोविड-19 की पार्श्वभूमि पर ऐसे बच्चों की देखभाल और सुरक्षा के लिए तैयार की गई टास्क फोर्स की बैठक में बोल रहे थे।
बेसहारा बच्चों को दी जाएंगी सभी सुविधाएं
श्री ठाकरे ने कहा कि बेसहारा हुए ऐसे बच्चों की जानकारी जिला प्रशासन को दें, उनकी सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी टास्क फोर्स द्वारा उठाई जाएगी। साथ ही बेसहारा बच्चों को सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुसार जिला स्तर पर एक समिति का गठन किया गया है।
यह व्यवस्था की गई है
कोरोनाकाल में माता-पिता को खो देने वाले ऐसे बच्चों को उचित अधिकार मिल सके, इसके लिए ऐसे बच्चों की सुरक्षा के लिए किए गए उपायों की जानकारी टास्क फोर्स द्वारा ली जाएगी। महानगर पालिका क्षेत्र आयुक्त व जिला प्रशासन द्वारा संरक्षण के साथ ही परामर्श की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही जरूरत पड़ने पर ऐसे बच्चों को बालगृह में भर्ती किया जाएगा। इसके लिए चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर संपर्क किया जा सकता है। माता-पिता की मृत्यु के कारण अनाथ हुए बच्चों की सुरक्षा और देखभाल के लिए शिशुगृह व 18 वर्ष तक बच्चों के लिए बालगृह निश्चित किया गया है। इसके संदर्भ में कोविड अस्पताल व मदद केन्द्रों में भी जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है।
अधिकार और परवरिश पर बल
महिला व बाल विकास विभाग की प्रधान सचिव आय ए कुंदन की अध्यक्षता में राज्य के सभी जिलाधिकारियों की ऑनलाइन बैठक ली गई। बताया कि कोरोना के कारण माता-पिता की मृत्यु के बाद बच्चों को उनका अधिकार व परवरिश के लिए जिला टास्क फोर्स का गठन किया गया है। नागरिकों को ऐसे बच्चों के बारे में तुरंत प्रशासन को रिपोर्ट करना चाहिए, ताकि वे शोषण का शिकार न हों। या बालश्रम या तस्करी जैसे अपराधो में शामिल न हो। इस संबंध में महिला व बाल विकास विभाग के 0712-256991 नंबर पर संपर्क करें।