नागपुर में बच्चों का क्लीनिकल ट्रायल , दिया जा रहा पहला डोज

नागपुर में बच्चों का क्लीनिकल ट्रायल , दिया जा रहा पहला डोज

Anita Peddulwar
Update: 2021-06-17 07:20 GMT
नागपुर में बच्चों का क्लीनिकल ट्रायल , दिया जा रहा पहला डोज

डिजिटल डेस्क, नागपुर । कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए हर संभव तैयारी की जा रही है। 12 से 18 आयुवर्ग वाले बच्चों के टीके का ट्रायल जारी है। देश के 5 केंद्रों को इसके लिए अनुमति मिली है और उसमें से एक केंद्र नागपुर में भी है। यहां भी ट्रायल का पहला चरण बीत चुका है। अब 6-12 आयुवर्ग के बच्चों का भी क्लीनिकल ट्रायल शुरू हो चुका है। यह ट्रायल भी देश भर में 5 केंद्रों पर किया जा रहा और इसका भी एक केंद्र नागपुर के मेडिट्रिना इन्स्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस अस्पताल को बनाया गया है। बुधवार को मेडिट्रिना में 6 से 12 साल के बच्चों पर ट्रायल किया गया। इस आयुवर्ग के बच्चों का पहला ट्रायल है। 35 का लक्ष्य था, लेकिन 18 बच्चों को ही पहला डोज दिया गया। 

यह है लक्ष्य : तीसरी लहर में बच्चों के अधिक प्रभावित होने की आशंका विशेषज्ञों ने व्यक्त की है। बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीजीसीआई) ने क्लीनिकल ट्रायल की मंजूरी दी है। बुधवार को 6 से 12 वर्ष के 35 बच्चों को पहला डोज देने का लक्ष्य था, जिसमें 18 बच्चों को टीका दिया गया है। टीका लगवाने के बाद सभी बच्चे पूरी तरह स्वस्थ है। हंसी-मजाक और मस्ती के बीच उन्हें टीका लगा। इन्हें लगातार ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा। घर जाने के बाद भी लगातार फॉलोअप लिया जाएगा। बच्चों को दूसरा डोज 28 दिन बाद दिया जाएगा। अब तक 12 से 18 वर्ष का क्लीनिकल ट्रायल हो चुका है। दूसरा 6 से 12 वर्ष का है। जल्द ही 2 से 6 साल के बच्चों का ट्रायल भी शुरू होगा।

18 बच्चों को दिया पहला डोज
बुधवार को 6 से 12 साल के 35 बच्चों पर यह ट्रायल होना था, जिनमें से 18 बच्चों को पहला डोज दिया गया। इन्हें दूसरा डोज 28 दिन बाद दिया जाएगा। सभी पूरी तरह स्वस्थ हैं।  -डॉ. वसंत खड़तकर, बालरोग विशेषज्ञ, अधिकारी (क्लीनिकल ट्रायल)
 
म्यूकर माइकोसिस के 21 नए मरीज, 28 डिस्चार्ज

म्यूकर माइकोसिस के मरीजों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। हालांकि बड़ी संख्या में मरीज डिस्चार्ज भी हो रहे हैं, लेकिन यह अंतर बहुत ज्यादा नहीं हैं।  बुधवार को जिले में 21 नए मरीज सामने आए, जबकि 28 मरीज डिस्चार्ज हुए। राहत की बात यह रही कि बुधवार को किसी मरीज की मौत नहीं हुई। नागपुर जिले अब तक कुल म्यूकर माइकोसिस के 1439 मरीज मिले हैं, जिनमें से 131 की मौत हुई और 861 डिस्चार्ज हुए। वर्तमान में 447 मरीजों का इलाज जिले में चल रहा है। इनमें से 267 मरीज सरकारी और 180 मरीज निजी अस्पतालों में भर्ती हैं।

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