साउथ अफ्रीका के प्राइड क्रेस्टेड कूकू पक्षी की नागपुर में चहचहाहट

साउथ अफ्रीका के प्राइड क्रेस्टेड कूकू पक्षी की नागपुर में चहचहाहट

Anita Peddulwar
Update: 2021-07-23 08:16 GMT
साउथ अफ्रीका के प्राइड क्रेस्टेड कूकू पक्षी की नागपुर में चहचहाहट

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  मानसून आगमन के बाद नागपुर शहर में विभिन्न दिशाओं से पक्षी आ रहे हैं। पक्षी अभ्यासकों के लिए यह पक्षी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। यह पक्षी दक्षिण अफ्रीका से आया है। मानसून के आगमन पर प्रजनन के लिए यह पक्षी नागपुर के तालाबों पर आता है। अक्टूबर माह के अंत में यह लौट जाता है। इसके अलावा इन दिनों शहर में उत्तर भारत से भी आया पक्षी आकर्षण का केन्द्र है। 

अक्टूबर में लौट जाएंगे, पक्षी अभ्यासकों के लिए बने आकर्षण
नागपुर शहर के आस-पास कई बड़े तालाब हैं। जिसमें अंबाझरी, गोरेवाड़ा, फुटाला, दुधा, वेणा, सायकी, पारड़गांव, उंदरी आदि तालाब हैं। इन तालाबों पर सालभर विभिन्न दिशाओं से पक्षियों का आगमन होता है। इनमें कई पक्षी विदेशी भी होते हैं। खासकर ठंड में रेड क्रेस्टेड पोचार्ड, लेसर विस्टलिंग डग, बार हेडेड गीज, रुडी शेलडक, ग्रेलेग गीस, नॉरदन पिंटल, टफडेड डक, कॉमन पोचार्ड, गार्गनेय, यूराशियन विजन, गाडवाल, नॉरदन शॉवेलर जैसे विदेशी पक्षी शहरवासियों को देखने मिलते हैं।

साइबेरिया से आने वाले यह पक्षी फरवरी तक यहां रहने के बाद लौट जाते हैं। इसके बाद ग्रीष्म में भी साइबेरिया, मंगोलिया व रशिया से विदेशी पक्षी नागपुर के तालाबों पर दस्तक देते हैं। इस बार भी बड़ी संख्या में लिटल रिंजड प्लोवर, स्मॉल प्राटिनकॉल ओरियंटल प्राटीनकॉल, माइग्रेटॉरी के अलावा विदेशी पक्षियों में ग्रेटर फ्लैमिंगो, रोसी स्टारलिंग एशियन कॉइल, किंगफिशर, ब्लू टाइल्ड बी एटर, यूरेशिन गोल्डन ओरीओल, ब्लैक क्रॉउंट नाइट हिरोन और सैंडीपाइपर जैसे पक्षी आए थे। मानसून भी विदेशी पक्षियों के आगमन से नागपुर अछूता नहीं रहता है। हालांकि, मानसून में विदेश से आने वाले पक्षियों की संख्या कम रहती है, लेकिन इन दिनों दक्षिण अफ्रीका से आया प्राइड क्रेस्टेड कूकू आकर्षण का केन्द्र बना है। शहर के अंबाझरी, फुटाला तालाबों के अलावा इन्हें अजनी परिसर में भी देखा जा सकता है।

उत्तर भारत से भी आते हैं
इन दिनों शहर के तालाबों पर साउथ अफ्रीका से आने वाला पक्षी पाइड क्रेस्टेड कूकू देखने मिल रहा है। इसके अलावा उत्तर भारत के कुछ पक्षी भी शामिल है।  -बहार बाविस्कर, पर्यावरण अभ्यासक व वन्यजीव पशुवैद्य नागपुर
 

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