मुंबई महानगर पालिका में भिड़े शिवसेना और भाजपा के नगरसेवक

मुंबई महानगर पालिका में भिड़े शिवसेना और भाजपा के नगरसेवक

Bhaskar Hindi
Update: 2017-07-05 12:36 GMT
मुंबई महानगर पालिका में भिड़े शिवसेना और भाजपा के नगरसेवक

डिजिटल डेस्क, मुंबई। सत्ता में भागीदार शिवसेना-भाजपा के बीच की तल्खी बढ़ती जा रही है। बुधवार को मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) मुख्यालय में आयोजित समारोह के दौरान दोनों दलों के नगरसेवक आपस में भिड़ गए। एक दूसरे के नेताओं के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल हुआ साथ ही शिवसेना की नगरसेविकाओं ने भाजपा के एक नगरसेवक की पिटाई भी कर दी। मनपा का सभागृह राजनीतिक अखाडा बन गया।

दरअसल जीएसटी लागू होने के बाद मुंबई मनपा की चुंगी वसूली बंद कर दी गई है। इसकी एवज में राज्य सरकार को हर महीनें की 5 तारीख को मनपा को निधि 647 करोड़ की निधि देनी है। राज्य के वित्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार द्वारा जीएसटी का पहला चेक मुंबई मनपा में सत्ताधारी शिवसेना के पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे को सौपने के लिए सभागृह में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।

उद्धव का भाषण शुरू होने पर भाजपा नगरसेवक सभागृह के बाहर जाने लगे। यह बात शिवसेना नगरसेवकों को अच्छी नहीं लगी। शिवसेना के नगरसेवक बाला साहेब के नाम पर नारे लगाने लगे। जवाब में भाजपा नगरसेवकों की तरफ से मोदी-मोदी के नारे लगाए गए तो शिवसेना नगरसेवकों ने चोर-चोर के नारे लगाने लगे। शक्ति प्रदर्शन में जुटे दोनों दलों के नेता एक दूसरे के नेताओं के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल शुरू कर दिया।

हमने पूरा किया वादाः मुनगंटीवार

जीएसटी का पहला चेक बीएमसी को सौपने के बाद वित्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि मनपा को 647 करोड़ का चेक सौंपकर राज्य सरकार ने अपना वादा निभाया था। जीएसटी लागू होने से पहले राज्य सरकार की तरफ से कहा गया था कि चूंकि बंद होने के एवज में होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए हम महीने की 5 तारीख को मनपा को यह निधि मिला करेगी। मुनगंटीवार ने कहा कि देश के विकास में मुंबई शहर का महत्वपूर्ण स्थान है।

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