हम छू लेंगे आसमां योजना : सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बच्चों का किया मार्गदर्शन

हम छू लेंगे आसमां योजना : सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बच्चों का किया मार्गदर्शन

Bhaskar Hindi
Update: 2018-07-04 05:17 GMT
हाईलाइट
  • उन्होंने विद्यार्थियों से कहा आपके लिए सफलता कोई एक नहीं कई रास्ते हैं।
  • मुख्यमंत्री ने कई महान व्यक्तियों को उदाहरण भी दिया।
  • हम छू लेंगे आसमां के दूसरे चरण में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विद्यार्थियों का करियर मार्गदर्शन किया।

डिजिटल डेस्क, भोपाल।  मध्यप्रदेश सरकार संचालित हम छू लेंगे आसमां के दूसरे चरण में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विद्यार्थियों का करियर मार्गदर्शन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कई महान व्यक्तियों को उदाहरण भी दिया। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा आपके लिए सफलता कोई एक नहीं कई रास्ते हैं। उन्होंने कहा कि सचिन तेंडुलकर, महाकवि कालीदास और तुसलीदासजी इन सभी लोगों ने अपने-अपने क्षेत्र में कामयाबी हासिल की है।  किसी के दबाव में नहीं बल्कि आप भी इन सभी की तरह पसंदीदा क्षेत्र में अपना नाम बना सकते हैं। सफलता पाने के लिए धैर्य चाहिए। कुछ लोग हतोत्साहित करते हैं, उनके तरफ ध्यान न दें।

 

 

इस दौरान सीएम शिवराज ने स्वयं का उदाहरण देते हुए विद्यार्थियों को बताया कि, मेरे पिताजी मुझे डॉक्टर बनना चाहते थे, लेकिन मैं डिशेक्शन नहीं करना चाहता था। मैंने अपनी बात निर्भयता के साथ पिताजी को बताई थी और वो मान गए। आप लोग भी अपनी पढ़ाई अपनी रूचि के अनुरूप ही करें।  किसी के कहने पर अपने करियर की राह मत चुनना, हमेशा सलाह लेना। उन्होंने कहा कि भगवान ने सबको समान बुद्धि दी है, आपको इसका इस्तेमाल करना चाहिए। 

 

 

करियर काउंसलिंग इसीलिए हैं, ताकि बच्चे अपने लिए सही मार्ग चुन सकें। अभी यह योजना 70 प्रतिशत ज्यादा लाने वाले बच्चों के लिए मेधावी विद्यार्थी योजना बनाई है। इस योजना का लाभ जल्द ही 70 से कम लाने वाले गरीब परिवार और निम्न मध्यमर्गीय परिवार के बच्चों को मिलेगा।

 

 

मध्यप्रदेश सरकार द्वारा विद्यार्थियों के कैरियर मार्गदर्शन के लिए “हम छू लेंगे आसमां” योजना शुभारंभ इसी साल 21 मई 2018 को भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया था। इस योजना के तहत 12 वीं कक्षा में उत्तीर्ण विद्यार्थियों को भविष्य में विभिन्न कैरियर्स और अकादमिक विकल्पों के बारे में आधुनिक तकनीक एवं काउंसलिंग विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन दिया जा रहा है। इसके अलावा  11वीं और 12वीं परीक्षा में अनुत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को भी कौशल विकास, स्वरोजगार एवं रोजगार के विभिन्न विकल्पों से अवगत कराया जा रहा है।

 

 

 

Similar News