आरक्षण को लेकर घिरी महाराष्ट्र सरकार, सीएम फडणवीस ने की मोहन भागवत से मुलाकात

आरक्षण को लेकर घिरी महाराष्ट्र सरकार, सीएम फडणवीस ने की मोहन भागवत से मुलाकात

Bhaskar Hindi
Update: 2018-09-15 19:17 GMT
आरक्षण को लेकर घिरी महाराष्ट्र सरकार, सीएम फडणवीस ने की मोहन भागवत से मुलाकात

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ.मोहन भागवत से मुलाकात की। करीब पौन घंटे उन्होंने संघ मुख्यालय में बिताए। हालांकि मुख्यमंत्री की सरसंघचालक के साथ मुलाकात के दौरान चर्चा के बारे में अधिकारिक तौर पर कोई जानकारी सामने नहीं आयी है। कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री सरसंघचालक को जन्मदिन की शुभकामनाएं देने पहुंचे थे, लेकिन माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने सरसंघचालक से राज्य की राजनीतिक स्थितियों पर चर्चा की। विशेषकर आरक्षण मामले को लेकर चल रहे घटनाक्रमों व विविध आंदोलनों के बारे में चर्चा की।

गौरतलब है कि सरसंघचालक डॉ.भागवत के जन्मदिन पर 11 सितंबर को उन्हें शुभकामना देने भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी भी महल स्थिति संघ मुख्यालय पहुंचे थे। श्री गडकरी दो दिन से शहर में ही है। मुख्यमंत्री फड़णवीस दोपहर करीब 3.45 बजे संघ मुख्यालय पहुंचे। करीब पौन घंटे बाद संघ मुख्यालय से निकलकर वे सीधे विदर्भ इंडस्ट्श्यल एसोसिएशन के कार्यक्रम में पहुंचे। इससे पहले शनिवार व रविवार को वे अक्सर शहर में रहते थे। लेकिन पिछले कुछ समय से उनका नागपुर दौरा कम हो रहा है।

शिवसेना के साथ राज्य की राजनीति में भाजपा की टसन होते रहती है। कभी गडकरी तो कभी संघ पदाधिकारियों की समझाइस पर शिवसेना के तेवर नरम होते रहते हैं। राज्य में विधानसभा के लिए अगले वर्ष चुनाव होने वाला है। 2014 में लोकसभा व विधानसभा के लिए हुए चुनाव में 6 माह का अंतर था। लेकिन इस बाद दोनों चुनाव साथ कराने की चर्चाएं चलती रहती है। लंबे समय से लंबित महामंडलों के अध्यक्ष की नियुक्त का मामला हाल ही में निपटाया गया है। नियुक्तियां की गई है। सहयोगी दलों को प्रतिनिधित्व देने के साथ ही अन्य रणनीतिक विषयों पर भी ध्यान दें।

सहयोगी दलों को प्रतिनिधित्व देने के साथ ही अन्य रणनीतिक विषयों पर भी ध्यान दिया गया है। लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार का मामला लंबित है। जल्द की मंत्रिमंडल विस्तार होने का दावा भाजपा की ओर से किया जा रहा है। संघ की ओर से सदैव कहा जाता है कि वह किसी भी संगठन के राजनीतिक मामले में हस्तक्षेप नहीं करता है। लेकिन राज्य की राजनीति के विविध पहलुओं को देखते हुए माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री में सरसंघचालक से मंत्रिमंडल विस्तार के संबंध में भी चर्चा की होगी।

Similar News