धर्म का धंधा करने वाले मौलानाओं के खिलाफ CM योगी का एक्शन- NSA के तहत कार्रवाई करने के दिए आदेश

धर्म का धंधा करने वाले मौलानाओं के खिलाफ CM योगी का एक्शन- NSA के तहत कार्रवाई करने के दिए आदेश

Bhaskar Hindi
Update: 2021-06-22 08:50 GMT
धर्म का धंधा करने वाले मौलानाओं के खिलाफ CM योगी का एक्शन- NSA के तहत कार्रवाई करने के दिए आदेश

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की फंडिंग पर हिन्दुओं का धर्म परिवर्तन कराने वाले दो मौलानाओं के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं।सीएम योगी ने कहा कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जाए। संबंधित लोगों की जल्द गिरफ्तारी होनी चाहिए। इसके साथ ही आरोपियों के खिलाफ संपत्ति जब्ती की कार्रवाई भी की जाए। 

बता दें कि सोमवार को उत्तर प्रदेश ATS ने लखनऊ से दो मौलानाओं को गिरफ्तार किया था। दोनों आरोपी मौलाना जहांगीर और उमर गौतम ने मोटिवेशनल थॉट के जरिए एक हजार से ज्यादा गरीब हिन्दुओं का इस्लाम में धर्म परिवर्तन करवाया है। ये दोनों दिल्ली के जामिया नगर में कथित तौर पर पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) से फंडिंग के साथ उत्तर प्रदेश में बधिर छात्रों और अन्य गरीब लोगों को इस्लाम में परिवर्तित करने में शामिल एक संगठन चला रहे थे। अब तक ये 1 हजार गरीब हिन्दुओं का धर्म परिवर्तन करा चुके हैं। 

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मुफ्ती काजी जहांगीर आलम कासमी और मोहम्मद उमर गौतम के रूप में की है। दोनों नई दिल्ली के जामिया नगर के निवासी हैं। एडीजी ने कहा कि गौतम, जो खुद हिंदू धर्म से इस्लाम में परिवर्तित हो गया, उसने पुलिस पर कम से कम 1,000 लोगों को इस्लाम में परिवर्तित करने, उन्हें शादी, पैसे और नौकरी का लालच देने का दावा किया था। प्रशांत कुमार ने गौतम के हवाले से कहा, मैंने कम से कम 1,000 गैर-मुसलमानों को इस्लाम में परिवर्तित किया, उन सभी की शादी मुसलमानों से की।

एडीजी ने कहा कि वे जिस संगठन को चलाते थे, वह इस्लामिक दावाह सेंटर है, जिसकी पहुंच पाकिस्तान की आईएसआई और अन्य विदेशी एजेंसियों तक है। उन्होंने आगे कहा कि एटीएस खुफिया सूचनाओं पर काम कर रही थी कि कुछ लोगों को आईएसआई और अन्य विदेशी एजेंसियों से गरीब लोगों को इस्लाम में परिवर्तित करने और समाज में सांप्रदायिक दुश्मनी फैलाने के लिए धन मिल रहा था। एटीएस जांच के परिणामस्वरूप दोनों की गिरफ्तारी हुई है और उन पर भारतीय दंड संहिता और उत्तर प्रदेश के कड़े धर्मांतरण विरोधी कानून सहित विभिन्न आरोपों में मामला दर्ज किया गया है। एडीजी ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों को अदालत में पेश किया जाएगा और पुलिस मामले की आगे की जांच के लिए उनकी हिरासत की मांग करेगी।

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