जब्त पोकलेन मशीन उठा ले गए खनन माफिया ,वन विभाग की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल
जब्त पोकलेन मशीन उठा ले गए खनन माफिया ,वन विभाग की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल
डिजिटल डेस्क, कटनी। खनन माफिया के हौसले तो पहले से बुलंद हैं राजनैतिक संरक्षण और विभाग को दी जाने वाली कमीशनबाजी के कारण तो इसका हाल करेला और नीम चढुा की कहावत चरितार्थ करने लगा है। यह माफिया की दबंगई ही है कि वे वन विभाग द्वारा जब्त पोकलेन मशीन दादागिरी के साथ ले गए और विभाग सिर्फ कागजी घोड़े दौड़ा रहा है। ढीमरखेड़ा वन परिक्षेत्र के बिचुआ खमतरा में मैग्नीज का अवैध उत्खनन करते पकड़ी गई पोकलेन मशीन खनन माफिया उठा ले गए। पोकलेन मशीन गायब होने से घबराए वन विभाग के अधिकारियों ने अब पुलिस की शरण ली है। हालांकि इस मामले में शुरू से ही वन विभाग की भूमिका पर सवाल उठ रहे थे लेकिन शनिवार-रविवार की रात जब्त की गई पोकलेन मशीन के गायब होने पर वन विभाग का अमला अब अपना दामन बचाने का प्रयास कर रहा है। वन विभाग ने पांच दिन पहले बिचुआ खमतरा में वन सीमा में मैग्नीज खनिज का अवैध उत्खनन करते हुए एक पोकलेन मशीन और दो हाइवा पकड़े थे। तीनों वाहनों की जब्ती बनाकर हाइवा तो वन परिक्षेत्र कार्यालय में लाकर खड़े कर दिए थे लेकिन पोकलेन मशीन खनन स्थल पर ही छोड़ दी थी। अब इसको लेकर तरह-तरह के बहाने गढ़े जा रहे हैं। पहले कहा गया है कि पोकलेन का डीजल समाप्त हो गया था अब कहा जा रहा है कि वह मशीन किसी वाहन में लोड करके ही लाई जा सकती थी। उल्लेखनीय है कि ग्रामीणों के तगड़े विरोध के बाद ही वन विभाग अवैध उत्खनन पर कार्रवाई करने विवश हुआ था।
रेंजर ने की पुष्टि
वन परिक्षेत्र ढीमरखेड़ा के रेंजर आई.पी.मिश्रा ने अवैध उत्खनन में जब्त पोकलेन मशीन के गायब होने की पुष्टि की है। रेंजर के अनुसार पोकलेन गायबहोने की शिकायत ढीमरखेड़ा थाने में की जा चुकी है। आरटीओ को भी मशीन का नम्बर भेजकर वाहन स्वामी जानकारी मांगी गई है।