कांग्रेस ने पूर्व विधायक मनमोहन बट्टी को बैतूल से लड़ने का प्रस्ताव दिया
कांग्रेस ने पूर्व विधायक मनमोहन बट्टी को बैतूल से लड़ने का प्रस्ताव दिया
डिजिटल डेस्क छिंंदवाड़ा। कांग्रेस और भाजपा के अलावा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की भी छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र में प्रभावी उपस्थिति मानी जाती है। ऐसे में दोनों दलों की नजर गोंगपा पर लगभग हर चुनाव में रहती है। आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने जोड़तोड़ शुरू कर दी है। जिसके तहत कांग्रेस ने गोंगपा नेता व अमरवाड़ा के पूर्व विधायक मनमोहन शाह बट्टी को एसटी के लिए आरक्षित बैतूल सीट से लडने का प्रस्ताव दिया है। वहीं बट्टी ने अपने आदिवासी वोट बैंक के बूते कांग्रेस के गढ़ को ढहाने भाजपा से मदद मांगी है।
भास्कर से चर्चा में बट्टी ने बताया कि छिंदवाड़ा के ही कुछ कांग्रेस के मित्रों ने उन्हें बैतूल से चुनाव लडऩे का प्रस्ताव दिए है। उन्होंने इस संबंध में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से उनकी चर्चाएं कराने की पेशकश उनके समक्ष की है। यह चर्चा निचले स्तर पर हुई है। बट्टी ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए बताया कि वे अपनी कर्मभूमि को छोड़कर दूसरी जगह नहीं जा सकते हैं। वे छिंदवाड़ा से ही लोकसभा चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहे हैं। बट्टी ने यह जरूर बताया कि उन्होंने भाजपा से जरूर कांग्रेस के गढ़ को ढहाने के लिए मदद मांगी है। उन्होंने भाजपा को तर्क दिया है कि छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र में साढ़े 6 लाख आदिवासी हैं। गोंगपा का अपना वोट बैंक करीब दो लाख का है। भाजपा अपने करीब 4 लाख के वोट बैंक के साथ उनकी मदद कर दे तो वे कांग्रेस के गढ़ को आसानी से ढहा देंगे। बट्टी ने कहा कि दो चुनावों को छोड़ दें तो भाजपा कभी कांग्रेस से दमदारी से मुकाबला नहीं कर पाई है। ऐसे में यदि भाजपा उनकी मदद करती है तो परिणाम बदले जा सकते हैं। भाजपा से उन्होंने सर्वे कराने की बात भी कही है।
संवैधानिक बिंदुओं पर भाजपा से चर्चा
गोंगपा के राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष मनमोहन शाह बट्टी ने बताया कि भाजपा से उनकी संवैधानिक बिंदुओं को लेकर चर्चा चल रही है। जिसमें अनुसूचित जन जाति वर्ग के लोगों के हित और हक की बात कही गई है। ट्राइबल के इश्यूज पर आचार संहिता के पहले निर्णय लेने को कहा है।