मालेगांव में कोरोना बाधित मरीज की मृत्यु, एक दिन में और पांच मरीज पाॅजिटिव 

मालेगांव में कोरोना बाधित मरीज की मृत्यु, एक दिन में और पांच मरीज पाॅजिटिव 

Anita Peddulwar
Update: 2020-04-09 14:50 GMT
मालेगांव में कोरोना बाधित मरीज की मृत्यु, एक दिन में और पांच मरीज पाॅजिटिव 

डिजिटल डेस्क, मालेगांव (औरंगाबाद)। शहर के सामान्य अस्पताल में भर्ती 15 कोरोना संदिग्ध मरीजों में से पांच मरीजों के स्वैब की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है। इसमें से एक मरीज की बुधवार रात मृत्यु हो गई, जो कोरोना का जिले का पहला मरीज था। इस घटना के बाद नागरिकों में सनसनी फैल गई है। वहीं, प्रशासन ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है।  जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या अब 6 पर पहुंच गई है। मृतक व्यक्ति हज यात्रा करने वाला था, जो 3 मार्च को अपने शहर में लौटा था, लेकिन आखरी समय तक उन्होंने अपने यात्रा की जानकारी छुपाई रखी। स्वास्थ्य विभाग से किसी प्रकार का संपर्क नहीं किया।

अन्य चार मरीजों की अब तक किसी प्रकार के यात्रा की जानकारी सामने नहीं आई है। शहर के कमालपुरा, गुलाब पार्क, मदिना बाग का प्रत्येकी एक व मोमिनपुरा के दो मरीज इसमें शामिल हैं। मनपा उपायुक्त नितीन कापडणीस ने सभी विभागों को तत्काल सील करने के आदेश दिए हैं। चारों मरीजों को मनमाड चौराह स्थित एक निजी अस्पताल में स्थलांतरित किया है। जिसके लिए तत्काल वैद्यकीय  अधिकारी व अन्य कर्मियों को नियुक्त करने की जानकारी कापडनीस ने दी। श्री कापडनीस ने बताया कि कोरोना पाॅजिटिव रोगियों को जिनके साथ संबंध आया है, उन सभी लोगों की तलाश की जा रही है। 

यूपी के बुलंद शहर में मालेगांव के दो पाॅजिटिव 
दिल्ली मरकज से उत्तर प्रदेश के जमात में शामिल हुए मालेगांव के दो पाॅजिटिव मिले हैं। उनपर बुलंद शहर में इलाज किया जा रहा है। इसकी सूचना मिलने के बाद स्थानीय प्रशासन ने इसकी छानबीन शुरू की है। देश व विदेश के जमात से शहर में लौटे 10 नागरिकों को क्वारंटाइन किया गया है। सभी के रिपोर्ट निगेटिव है। दिल्ली के मरकज से बुलंद शहर में दाखिल 120 लोगों के स्वैब के सैम्पल लिए गए थे। इसमें से 21 लोगों की रिपोर्ट प्राप्त हुई है। संबंधित तब्लीगियों के साथ शहर के कितने व्यक्ति शामिल हैं अथवा इसमें से कोई शहर में लौटा है, इसकी जानकारी प्रशासन प्राप्त करने का प्रयास कर रही है। दरमियान तब्लीगी जमात के आमिर हाजी लईक अहमद मोहम्मद हारूण ने कोई मरकज में शामिल होकर लौटा होगा, तो उसकी जानकारी तत्काल प्रशासन को देने का आह्वान किया है। 

दो हजार लोगों पर कार्रवाई 
लाॅकडाउन के समय में 1939 नागरिकों पर धारा 188 के अनुसार प्रकरण दर्ज किए जा रहे हैं। कर्फ्यू के दौरान नाशिक में बिनावजह रास्तों पर टहलनेवाले 1 हजार 939 नागरिकों के खिलाफ 188 के कानून के अंतर्गत व राष्ट्रीय आपदा व्यवस्थापन कानून के अंतर्गत कार्रवाई की गई है। 

अन्न प्रक्रिया उद्योग शुरू होंगे
जिले के अन्न, अन्नप्रक्रिया जैसे विविध प्रकार के जीवनाश्यक वर्ग की सूची में आनेवाले 180 उद्याेगों का कामकाज शुरू करने के लिए एमआईडीसी ने मंजूरी दी है। इसके बाद अगले कुछ दिनों में नियमों के अनुसार यह उद्योग फिर से शुरू होने के आसार देखने को मिल रहे हैं। 
 
परभणी में कोरोना वार्ड में उपचार ले रही महिला की मौत
 परभणी  तहसील के पिंपलगांव टोंग निवासी एक महिला जिला अस्पताल में कोरोना वार्ड में उपचार ले रही थी। महिला की बुधवार, 8 अप्रैल दोपहर को मौत हो गई। महिला का जांच रिपोर्ट अब तक नहीं मिला है। महिला की मृत्यु का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। महिला का शाम के समय मे गिनेचुने लोगों की उपस्थिति में  अंतिम संस्कार किए, जिसके चलते ग्रामीण भयभीत हुए हैं।  कोरोना संक्रमक मरीजों की संख्या दिनोदिन बढ़ रही है, परंतु परभणी जिले में अब तक कोरोना का एक भी मरीज नहीं मिला। जिससे नागरिकों व प्रशासन में संतोष का माहौल था। 8 अप्रैल को उपचार के दौरान एक महिला की मौत होने से एक ही हड़कंप मचा है। यह महिला तहसील के पिंपलगांव टोंग निवासी है। वह मुर्गी बिक्री का व्यवसाय करती है।

 महिला के बेटे ने 7 अप्रैल को अपनी मां को जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया था। उसकी जांच होने के पश्चात कोरोना जैसे लक्षण दिखाई देने पर  महिला को कोरोना वार्ड मे भर्ती किया गया। कोरोना की जांच को लेकर महिला के सारे नमूने लिए गए व औरंगाबाद के प्रयोगशाला में भेज दिए गए। बुधवार को महिला की मृत्यु हो गई। मृत्यु का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मामला स्पष्ट होगा। महिला के पश्चात एक बेटा, एक बेटी, नाती-पोते ऐसा परिवार है। पिंपलगांव टोंग में महिला की मौत की खबर मिलते ही ग्राम में डर का माहोल निर्माण हुआ है। महिला की मौत के कारण रिपोर्ट न आने से उसकी मौत किस वजह से हुई, जिसके चलते स्वास्थ्य संभाग संदेह के घेरे में है। जिला शल्य चिकित्सक डाॅ.नागरगोजेे ने यह बताया है कि यह महिला जिला अस्पताल में भर्ती होकर एक ही दिन हुआ था। उसे अस्थमा व अन्य कुछ बीमारियां भी थीं। महिला की जांच रिपोर्ट आना अभी बाकी है। जिससे यह कहना असंभव है कि वह कोरोनाग्रस्त थी या नहीं?  

 

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