जलयुक्त शिवार योजना में भ्रष्टाचार,एसआईटी जांच की मांग

जलयुक्त शिवार योजना में भ्रष्टाचार,एसआईटी जांच की मांग

Anita Peddulwar
Update: 2020-10-30 09:38 GMT
जलयुक्त शिवार योजना में भ्रष्टाचार,एसआईटी जांच की मांग

डिजिटल डेस्क, नागपुर । पूर्व मंत्री व राकांपा नेता रमेशचंद्र बंग ने हिंगना विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत फडणवीस सरकार द्वारा जलयुक्त शिवार योजना के नाम पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि, कुछ विशिष्ट लोग और संस्थाओं को लाभ पहुंचाया गया है। इसकी एसआईटी से जांच कर दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग उन्होंने की है। इस संबंध में एक निवेदन विभागीय आयुक्त संजीव कुमार व जिलाधिकारी रवींद्र ठाकरे के जरिये उन्होंने मुख्यमंत्री को भेजा है। 

निधि खर्च का कोई हिसाब नहीं
निवेदन में कहा गया कि, हिंगना की वेणा नदी के गहराईकरण के लिए कुछ औद्योगिक क्षेत्र सहित अन्य सेवाभावी संस्था, स्थानीय नागरिकों से चंदा इकट्ठा किया गया। तत्कालीन जिलाधिकारी ने भी नावीन्यपूर्ण योजना अंतर्गत कुछ निधि दी, लेकिन कितनी निधि जमा हुई और कितना खर्च हुई इसका कोई िहसाब नहीं है। ग्रामपंचायत, नगर पंचायक का प्रस्ताव भी नहीं लिया गया। काम की गुणवत्ता और दर्जे की जांच की जाए। पूर्व मंत्री बंग ने कहा कि, तहसील के रायपुर, जुनेवाणी, डेगमा(बु), किन्ही (धानोली), हिंगना, सावंगी (देवली), पिपलधरा, धोकर्डा, कान्होलीबारा आदि गांव में जलयुक्त शिवार योजना अंतर्गत नियमबाह्य काम कर भ्रष्टाचार किया गया। इस अवसर पर पूर्व विधायक विजय घोडमारे, जिप महिला व बाल कल्याण सभापति उज्वला बोढ़ारे, जिप सदस्य दिनेश बंग, सुचिता ठाकरे, वृंदा नागपुरे, राकांपा हिंगना विधानसभा अध्यक्ष प्रकाश नागपुरे, हिंगना पंचायत समिति के सभापति बबनराव आव्हाले, उपसभापति सुषमा कावले, पंचायत समिति नागपुर के उपसभापति संजय चिकटे, राकांपा हिंगना तालुकाध्यक्ष प्रवीण खाडे, नागपुर तालुकाध्यक्ष संजय कुंटे, विनोद ठाकरे आदि उपस्थित थे। 

Tags:    

Similar News