नक्सल प्रभावित क्षेत्र में कोविड प्लाज्मा शिविर

नक्सल प्रभावित क्षेत्र में कोविड प्लाज्मा शिविर

Anita Peddulwar
Update: 2020-11-03 10:18 GMT
नक्सल प्रभावित क्षेत्र में कोविड प्लाज्मा शिविर

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष्य में सरदार बल्लभभाई पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में नक्सल प्रभावित क्षेत्र गड़चिरोली में कोविड प्लाज्मा शिविर में 25 यूनिट जमा किया गया। शिविर का आयोजन 191-बटालियन, सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स ( सीआरपीएफ) व चिराग फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में पहली बार आर.बी.डी. प्लाज्मा बैंक व लाइफलाइन ब्लड बैंक के सहयोग से किया गया। शिविर का उदघाटन सीआरपीएफ गढ़चिरोली के पुलिस उपमहानिरीक्षक मानस रंजन ने किया।

25 लोगों का प्लाज्मा लिया गया
लाइफलाइन ब्लड बैंक के निदेशक डॉ. हरीश वरभे ने कहा कि, नया कोविड आर.बी.डी. प्लाज्माथैरेपी कई कोविड रोगियों की जान बचा सकती है। यदि, हम राष्ट्रीय निर्देशों का पालन करते हैं, तो आर.बी.डी. एंटीबाॅडी का स्तर 640 या उससे अधिक होना चाहिए। कोविड मरीजों को शुरुआत के पहले 8 से 10 दिन में प्लाज्माथैरेपी दी जानी चाहिए। यह पुरानी पारंपरिक प्लाज्माथैरेपी से अलग है, क्योंकि यह सुरक्षात्मक एंटीबॉडी और उनके स्तर के लिए परीक्षण नहीं किया जाता है। उच्च आर.बी.डी. एंटीबॉडी स्तर अर्थात 640 से अधिक 10 में से 2 या 3 लोगों में ही पाया जाता है।

गड़चिरोली में यह पहला प्लाज्मा दान शिविर था, जहां प्लाज्मा निष्कर्ष के लिए 3 एफेरेसिस या सेल सेपरेटर मशीनों को लगाया गया था। 107 लोगों ने पंजीयन करवाया था, जिसमें 62 व्यक्तियों के रक्त को आर.बी.डी. एंटीबॉडी परीक्षण के िलए स्वीकार किया गया था, जिसमें 30 में उच्च एंटीबॉडी थी। इनमें 5 को चिकित्सा कारणों से खारिज कर दिया गया और 25 लोगों का काेविड प्लाज्मा लिया गया। इस अवसर पर डॉ. रवि मोटवानी, कमांडेंट शैलेन्द्र कुमार, कमांडेंट डॉ. सत्यवीर सिंह वर्मा, डिप्टी कमांडेंट संजय मारवन, राकेश कुमार सक्सेना, गणेश फफात आदि उपस्थित थे।

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