प्रत्येक जिले में हो साइबर सेल, युवाओं में जागरूकता जरूरी

प्रत्येक जिले में हो साइबर सेल, युवाओं में जागरूकता जरूरी

Anita Peddulwar
Update: 2021-06-29 09:54 GMT
प्रत्येक जिले में हो साइबर सेल, युवाओं में जागरूकता जरूरी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। समाज में बढ़ते साइबर अपराधों को देखते हुए सरकार को प्रत्येक जिले में साइबर सेल की स्थापना करनी चाहिए। इसके साथ ही युवाओं में साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता निर्मित करने की भी जरूरत है। गड़चिरोली जिले के डीआईजी संदीप पाटील ने सोमवार को राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के "उच्च शिक्षा संस्थानों में साइबर जागरूकता और अनुशासन" नामक ऑनलाइन सेमिनार के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि अपने विचार रखे। यह कार्यक्रम महाराजबाग स्थित प्रशासकीय परिसर के दीक्षांत सभागृह में आयोजित किया गया था। 

छोटे बच्चों तक मोबाइल की पहुंच
कार्यक्रम के अंतिम सत्र में जोन-2 उपायुक्त विनीता साहू ने कहा कि कोरोना के कारण आज कक्षा-1 के विद्यार्थियों तक मोबाइल पहुंच गया है। ऐसे में कहां क्या होगा, यह हम अंदाजा नहीं लगा सकते। जरूरी है कि साइबर जागरूकता का अधिक से अधिक प्रसार किया जाए। अपराध होने से पूर्व ही यदि साइबर जागरूकता हो, तो अपराध से बचा जा सकता है। कार्यक्रम की प्रस्तावना परीक्षा नियंत्रक और कार्यक्रम संयोजक डॉ. प्रफुल्ल साबले ने रखी। प्र-कुलगुरु डॉ. संजय दुधे की कार्यक्रम में विशेष उपस्थिति थी। उपकुलसचिव डॉ. नवीन मुंगले कार्यक्रम के सह संयोजक की भूमिका में थे।

सजा से नहीं बच सकते
कार्यक्रम की अध्यक्षता विवि कुलगुरु डॉ. सुभाष चौधरी ने की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आज अपराध का प्रकार बदल गया है। पहले घर में घुस कर चोरी की जाती थी, अब ऑनलाइन चोरी की जाती है। ऐसे में साइबर जागरूकता आज की जरूरत है। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में नागपुर साइबर सेल के वरिष्ठ पुलिस निरिक्षक डॉ. अशोक बागुल ने कहा कि डिजिटल लाइफ एक दोधारी तलवार है। जागरूकता की कमी के कारण अपराध होते हैं। ऐसे में सोशल मीडिया के इस्तेमाल के दौरान अपने कर्तव्य और जिम्मेदारी का अहसास होना जरूरी है। याद रखें कि अपराध यदि अज्ञानतावश भी हुआ, तो भी उसकी सजा से नहीं बचा जा सकता। 


 

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