MP: दलित परिवार का हुक्का पानी बंद, कुंए से पानी भरने की मिली सजा

MP: दलित परिवार का हुक्का पानी बंद, कुंए से पानी भरने की मिली सजा

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-29 19:11 GMT

डिजिटल डेस्क, टीकमगढ़। देश को भले ही डिजिटल बनाने की कोशिशें की जा रही हो लेकिन मध्य प्रदेश का बुंदेलखंड अब भी बैलगाड़ी युग में जी रहा है। टीकमगढ़ के सरकनपुर गांव का मामला इसका जीता जागता उदाहरण है, जहां पर एक दलित परिवार को सार्वजनिक कुएं से पानी भरने की सजा मिली है। गांव के दबंगों ने पहले तो इस परिवार की पिटाई की और फिर हुक्का पानी बंद कर दिया। इतना ही नहीं पंचायत ने अपना तुगलगी फरमान सुनाकर पीड़ित परिवार को दो साल के लिए गांव से बाहर निकाल दिया है।

 

 

पानी भरने से नाराज हुए गांव वाले
दलित मुन्ना लाल वंशकार का परिवार सरकनपुर गांव में रहता है। मुन्ना लाल के मुताबिक गांव में पानी का संकट है, लिहाजा उसके परिवार की महिलाएं उस कुएं पर पानी भरने चली गईं, जहां से अन्य वर्ग की महिलाएं पानी भरती हैं। इस बात से गांव वाले नाराज हो गए। इसके बाद पंचायत बुलाई गई और उनका हुक्का पानी बंद कर दिया। गांव के दुकानदार उन्हें सामान नहीं देते, चक्की वाला आटा नहीं पीसता। इतना ही नहीं पंचायत ने फैसला लेकर दो साल के लिए गांव से बाहर कर दिया। मुन्ना लाला बताते है कि इसकी शिकायत उन्होंने पुलिस से भी की है। 

एएसपी के पास शिकायत
टीकमगढ़ के एडिशनल एसपी सुरेन्द्र कुमार जैन का कहना है कि दोनों तरफ से आवेदन आये हैं। गांव से मारपीट की शिकायत आई है वहीं दलित परिवार ने उनपर अत्याचार की बात कही है। एएसपी जैन ने कहा कि एसडीओ इस मामले की जांच कर रहे हैं, जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्वाई की जाएगी। हालांकि फिलहाल जो स्थिति है उसमे वंशकार परिवार के 23 सदस्य गांव नहीं जा पा रहे हैं, उनके घरों में ताले लटके हुए हैं।  

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